1980 के दशक में हुए सिख दंगों पर राहुल गांधी का बड़ा बयान: ‘जो हुआ वह गलत था’



नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 1980 के दशक में हुए सिख दंगों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 1984 में सिख समुदाय के खिलाफ जो घटनाएं हुईं, वे पूरी तरह से गलत थीं और इन दंगों में कई निर्दोष लोगों की हत्या हुई। राहुल गांधी ने यह बयान एक प्रेस वार्ता के दौरान दिया, जहां उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी पार्टी की स्पष्ट स्थिति को सामने रखा।

राहुल गांधी का कहना था कि इस तरह की घटनाओं को देश में कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता और सिख समुदाय के खिलाफ हिंसा के मामले में न्याय की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी उन घटनाओं पर गहरी खेद व्यक्त करती है और सभी प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती है।

राहुल गांधी ने कहा, “1980 के दशक में जो हुआ, वह न केवल गलत था, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र और हमारे समाज की मूलभूत मानवीय संवेदनाओं के खिलाफ था। हम इसे कभी भी उचित नहीं ठहरा सकते। यह एक काला अध्याय था, और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में कभी भी न हों।”

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर न केवल सिख समुदाय के साथ खड़ी है, बल्कि सच्चाई की खोज में भी विश्वास रखती है। उनका मानना है कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए और न्याय का रास्ता साफ होना चाहिए।

इस बयान से पहले, राहुल गांधी ने 1984 के सिख दंगों के मामलों को लेकर कई बार अपनी आवाज उठाई थी, लेकिन अब इस मुद्दे पर उन्होंने और भी स्पष्टता दी है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब सिख समुदाय के कुछ संगठन और नेता 1984 के दंगों के खिलाफ न्याय की मांग कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि वह इस मुद्दे पर हमेशा न्याय की पक्ष में रहेंगे और कांग्रेस पार्टी ने हमेशा पीड़ितों के लिए न्याय की वकालत की है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी ने पहले भी इस मुद्दे को उठाया था और आगे भी उठाती रहेगी, ताकि उन परिवारों को न्याय मिल सके, जो आज भी अपने प्रियजनों की हत्या के बाद न्याय का इंतजार कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने सिख दंगों के पीड़ित परिवारों से मिलने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए सरकार से आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इन घटनाओं की सही जांच कराए और दोषियों को सजा दिलवाए।

कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से ही 1984 के सिख दंगों को एक भयानक घटना माना है और पार्टी नेताओं ने इस मुद्दे पर कई बार संवेदनशीलता दिखाई है। राहुल गांधी के बयान से यह साफ होता है कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर अपने रुख में कोई बदलाव नहीं लाएगी और न्याय की आवाज उठाने की अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगी।

सिख दंगों के मामले में कई राजनीतिक दलों ने समय-समय पर अपनी राय दी है, लेकिन राहुल गांधी का यह बयान इस मामले में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है। उन्होंने इस मुद्दे को केवल राजनीतिक रूप से नहीं, बल्कि एक मानवीय दृष्टिकोण से भी देखा है।

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