दुल्लापुर क्षेत्र में अवैध आरा मशीनों पर वन विभाग का शिकंजा, आधा दर्जन से अधिक मशीनों पर कार्रवाई

Report By : आसिफ अंसारी

गाजीपुर: गाजीपुर जिले के जखनिया रेंज अंतर्गत दुल्लापुर थाना क्षेत्र में लंबे समय से अवैध रूप से संचालित हो रही आरा मशीनों पर अब वन विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए बड़ा अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत विभाग की टीम ने एक के बाद एक छापेमारी कर आधा दर्जन से अधिक अवैध आरा मशीनों पर कार्रवाई की है, जिससे क्षेत्र में संचालकों और अवैध लकड़ी कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।

इस विशेष छापेमारी अभियान का नेतृत्व गाजीपुर के प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) विवेक यादव के निर्देशन में किया गया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जिले में अवैध रूप से संचालित हो रही आरा मशीनों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाएगा और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया, गाजीपुर जिले में फर्जी तरीके से संचालित आरा मशीनों पर अब पूरी सख्ती के साथ कार्रवाई की जा रही है। यह न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि पर्यावरण और जंगलों के लिए भी गंभीर खतरा उत्पन्न करता है।”

इस अभियान में वन विभाग की एक विशेष सचल दल टीम का गठन किया गया है, जिसमें डिप्टी रेंजर कुलदीप सिंह, आशीर्वाद सिंह, वन दरोगा शुभम राय और अन्य अधिकारी शामिल हैं। यह टीम लगातार क्षेत्र का निरीक्षण कर रही है और जिन स्थानों पर अवैध आरा मशीनें मिलीं, उन्हें तत्काल सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

सूत्रों के अनुसार, दुल्लापुर क्षेत्र में कुछ आरा मशीनें पिछले कई वर्षों से बिना किसी वैध लाइसेंस और अनुमति के चल रही थीं। यह मशीनें न केवल स्थानीय वन संपदा का अंधाधुंध दोहन कर रही थीं, बल्कि स्थानीय प्रशासन और पर्यावरणीय नियमों को भी ठेंगा दिखा रही थीं। वन विभाग ने ऐसे सभी स्थानों को चिन्हित कर कार्रवाई की रूपरेखा पहले ही तैयार कर ली थी और अब उसे जमीनी स्तर पर क्रियान्वित किया जा रहा है।

अधिकारियों के अनुसार, इस कार्रवाई में जब्त की गई मशीनों के मालिकों पर वन संरक्षण अधिनियम 1980 सहित अन्य विधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। इसके अलावा संबंधित थानों को भी सूचित किया गया है, ताकि विधि संगत अगली कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।

वन विभाग ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि उन्हें अपने क्षेत्र में कोई भी अवैध आरा मशीन संचालित होती दिखाई दे, या जंगलों की अवैध कटाई की सूचना मिले, तो तत्काल विभाग को सूचित करें। विभाग ने भरोसा दिलाया है कि सूचनाकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाएगी और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

वन विभाग का कहना है कि यह अभियान केवल एक शुरुआत है। आने वाले दिनों में भी इसी प्रकार की कार्रवाई अन्य क्षेत्रों में की जाएगी, ताकि जिले में पूरी तरह से अवैध आरा मशीनों पर रोक लगाई जा सके।

वन विभाग की यह सख्ती निश्चित रूप से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। यदि इसी तरह प्रशासनिक दृढ़ता और जन सहभागिता के साथ कार्य किया जाए, तो जिले में वन संसाधनों की रक्षा और अवैध गतिविधियों पर अंकुश संभव हो सकेगा।

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