मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” का भव्य आयोजन, ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता को समर्पित रहा आयोजन

उत्तराखंड डेस्क
देवभूमि उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में शनिवार को एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” का आयोजन किया गया। यह यात्रा भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न किए गए ऑपरेशन सिंदूर की वीरता और विजय को समर्पित रही। इस आयोजन ने न केवल देश की सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया, बल्कि राष्ट्र के प्रति उत्तराखंड की अटूट निष्ठा और बलिदान की परंपरा को भी दर्शाया।
तिरंगे के साथ उमड़ा जनसैलाब
यह यात्रा मिनी स्टेडियम, हल्द्वानी से शहीद पार्क तक आयोजित की गई, जिसमें हजारों की संख्या में स्थानीय नागरिकों, पूर्व सैनिकों, युवाओं एवं मातृशक्ति ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। हाथों में तिरंगा लिए लोगों की टोलियां देशभक्ति के नारों के साथ आगे बढ़ती रहीं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और उनके अतुलनीय बलिदान को याद किया।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की सैन्य ताकत और साहस का नया परिचय दिया है। उन्होंने इस ऑपरेशन में भाग लेने वाले सभी वीर सैनिकों को नमन किया और कहा कि भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब आतंकवाद का जवाब उसी की भाषा में दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, “भारत अब सीधा एक्शन लेता है। भारत की सेना गोली का जवाब गोलों से देती है। आतंकवाद और उसके समर्थकों को साफ संदेश दिया गया है कि नया भारत अब चुप नहीं बैठेगा।”
उत्तराखंड – वीरता की भूमि
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर उत्तराखंड की वीर परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि यह राज्य वीरों की भूमि है, जहाँ लगभग हर घर से कोई न कोई सेना या सुरक्षा बल से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि “हर पाँचवां सैनिक उत्तराखंड से है और यह हमारे लिए गर्व की बात है। मैं स्वयं एक सैनिक का पुत्र हूँ और इस पर मुझे गर्व है।”
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सशक्त भारत
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि 2014 के बाद से भारतीय सेना को लगातार मजबूत किया गया है। मेड इन इंडिया हथियारों ने आज भारत को रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना दिया है। उन्होंने बताया कि “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत में निर्मित आधुनिक हथियारों और ड्रोन तकनीक ने आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को करारा जवाब दिया है।”
उन्होंने कहा कि “भारतीय सेना ने बिना पाकिस्तान की सीमा में घुसे ही, आतंकवाद को पनाह देने वाले पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया कि वह सहम गया। भारत के ड्रोन और मिसाइलों ने आतंकी ठिकानों के साथ-साथ पाकिस्तान की सेना के ठिकानों को भी सीधा निशाना बनाया।”
राष्ट्र की एकता और संकल्प का प्रतीक: तिरंगा यात्रा
मुख्यमंत्री धामी ने तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा को भारतीय सेना के साहस, बलिदान और पराक्रम का उत्सव बताया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा इस बात का प्रतीक है कि पूरा देश एकजुट होकर आतंकवाद का जवाब देने को तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में जो आक्रोश था, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंभीरता से लिया और सेना को खुली छूट दी गई।
भावुक हुए मुख्यमंत्री, शहीदों को किया नमन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस आयोजन के दौरान भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि जब वह शहीदों के बलिदान के बारे में सोचते हैं तो उनकी आंखें नम हो जाती हैं। “हमारे सैनिकों ने देश की आन-बान-शान के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। हम उनके ऋणी हैं। देवभूमि के हर नागरिक को अपनी सेना पर गर्व है।”
प्रमुख लोग रहे मौजूद
इस आयोजन में सांसद श्री अजय भट्ट, विधायकगण श्री बंशीधर भगत, श्री दिवान सिंह बिष्ट, श्रीमती सरिता आर्या, श्री राम सिंह कैड़ा, श्री मोहन सिंह बिष्ट, मेयर श्री गजराज बिष्ट, जिला पंचायत प्रशासक बेला तोलिया, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री प्रताप बिष्ट, रुद्रपुर के मेयर श्री विकास शर्मा, सहित अनेक वरिष्ठ नेता, अधिकारीगण और सैन्य अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, जिलाधिकारी वंदना, और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा जैसे प्रशासनिक अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।