Published by : Akash Yadav
दिल्ली : जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रामनवमी के दिन बड़ा बवाल हो गया। कैंपस में रविवार को वामपंथी छात्रों (लेफ्ट) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्र आपस में भिड़ गये
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रामनवमी के दिन बड़ा बवाल हो गया। कैंपस में रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और वामपंथी (लेफ्ट) छात्र संगठन आपस में भिड़ गए। लेफ्ट विंग के छात्रों ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर नॉन-वेज फूड खाने से रोकने का आरोप लगाया है तो वहीं, एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने लेफ्ट विंग के छात्रों पर हॉस्टल में पूजा करने से रोकने का आरोप लगाया है।
जानकारी के मुताबिक जेएनयू के कावेरी हास्टल में पूर्व छात्रों के द्वारा रामनवमी की पूजा की जा रही थी। वहीं वामपंथी विचार धारा से जुड़े छात्र संगठन पूजा नहीं होने देना चाह रहे थे। हालांकि पूजा शांति से हो गई। वहीं, पूजा नहीं रोक पाने पर वामपंथी छात्र संगठनों ने नॉन वेज खाने से रोकने का मुद्दा उठाया। बताया जा रहा है कि कावेरी हॉस्टल के मेनू में नॉन वेज और वेज दोनों शामिल है। एबीवीपी के कार्यकर्ता रविवार को नॉन वेज खाने बनाने और खाने से रोक रहे थे। इसी बीच एबीवीपी कार्यकर्ताओं और लेफ्ट विंग के छात्रों में धक्का-मुक्की हो गई जिसमें कुछ लोग घायल हो गए।
क्या है लेफ्ट छात्रों का कहना
लेफ्ट के छात्रों ने कहा कि रविवार को छात्रावास में नॉन वेज खाना मेन्यू में शामिल है लेकिन एबीवीपी के छात्रों ने कावेरी छात्रावास के मेस में छात्रों को नॉन वेज खाने से रोक दिया जबकि एबीवीपी के आरोप है कि छात्रावास में रामनवमी की पूजा रखी गई थी लेकिन वामपंथी छात्र संगठनों ने पूजा करने से रोकने की कोशिश की। इसके बाद वामपंथी छात्र संगठनों ने रात को साढ़े सात बजे सभी संगठनों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक के बाद एबीवीपी और वाम संगठनों में मारपीट शुरू हो गई। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने पथराव कर दिया। इससे तीन लड़कियों समेत कुल आधा दर्जन लोगों को चोटें आई हैं।
वहीं एवीबीपी ने भी वाम संगठनों द्वारा उनपर हमला कर कई कार्यकर्ताओं को घायल करने का आरोप लगाया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस कैम्पस में पहुंच गई थी। जेएनयू छात्र संगठन ने पूरे मामले की शिकायत जेएनयू प्रशासन से की है। जेएनयू प्रशासन का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही जी और ऐसी किसी भी अनुशासन हीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसी के पहनावे पर, खाने पर और आस्था पर कोई रोक टोक नहीं की जा सकती है। सभी छात्र अपने हिसाब से अपने धर्म का पालन करते हैं। मेस स्टूडेंट कमेटी चलाती है और वही मेन्यू भी तय करती है।
क्या कहा एबीवीपी ने
एबीवीपी ने कहा कि रामनवमी के मौके पर पूजा और हवन का प्रोग्राम रखा गया था। कावेरी हास्टल में पूजा का समय दोपहर को 3:30 पर खा गया था। जिसमें काफी बड़ी संख्या में जेएनयू के स्टूडेंट्स आए थे। वहीं लेफ्ट के छात्र आए और पूजा को रोकने की कोशिश की और इसमें व्यवधान डाला। इसके अलावा भोजन के अधिकार को लेकर बेवजह का हंगामा करने की कोशिश की। वामपंथी मुसलमानों और हिंदुओं के बीच असमानता और जातीय सफाई पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जो शांति से अपने-अपने त्योहार मना रहे हैं। अभाविप की महामंत्री निधि त्रिपाठी ने छात्रा दिव्या और एक दिव्यांग छात्र के साथ मारपीट का आरोप वाम संगठनों पर लगाया है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
जेएनयू में मारपीट की घटना के बाद दोनों पक्षों ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किए हैं। उन्होंने एक दूसरे पर घटना के लिए आरोप लगाया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और वाम संगठनों के नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर घटना के बारे में बताया।