हरप्रसाद दास जैन महाविद्यालय में एबीवीपी का धरना प्रदर्शन, अवैध वसूली और भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरदार विरोध

Report By : तारकेश्वर प्रसाद
आरा बिहार : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने हरप्रसाद दास जैन महाविद्यालय में एकदिवसीय धरना प्रदर्शन कर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध जताया। प्रदर्शन के दौरान प्रधानाचार्य कक्ष में तालाबंदी भी की गई। छात्रों ने कॉलेज में हो रहे भ्रष्टाचार, अवैध वसूली और शैक्षणिक तानाशाही के खिलाफ आवाज बुलंद की।
दक्षिण बिहार के प्रांत शोध कार्य संयोजक चंदन तिवारी ने कहा कि महाविद्यालय में छात्रों का शोषण और उन पर हो रहे अत्याचार को विद्यार्थी परिषद बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो यह आंदोलन और तेज किया जाएगा।
विभाग संयोजक ऋतुराज चौधरी ने आरोप लगाया कि कॉलेज में तानाशाही चरम पर है और यह दलालों का अड्डा बन चुका है। छात्रों की मांगों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने भ्रष्टाचार और अवैध वसूली पर रोक लगाने की मांग की।

जिला संयोजक अनूप सिंह ने कहा कि कॉलेज प्रशासन द्वारा छात्रों से मनमाने तरीके से पैसा वसूला जाता है और इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। उन्होंने कॉलेज में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य निखिल राज ने कहा कि कॉलेज प्रशासन अंधे कानून की तरह काम कर रहा है। आम छात्रों को परेशान किया जा रहा है और अवैध रूप से फीस वसूली जा रही है।
कॉलेज मंत्री रोहित नरेश ने आरोप लगाया कि छात्रों की आवाज दबाने के लिए शिक्षकों द्वारा नंबर काटे जाते हैं। खासकर छात्राओं की शिकायतों को बिल्कुल नजरअंदाज किया जाता है।
धरना स्थल पर मौजूद नगर मंत्री तिवारी सूर्यमणि ललन, राहुल कुमार, हैप्पी किशोर, विष्णु शंकर, पंकज यादव, प्रियांशु शुभम, शिवम सिंह, समीर, देव रंजन, चंदन सिंह, रितेश चौधरी, मंगलम, शशि कुमार, सुधांशु कुमार, राहुल तिवारी, विद्या निवास समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
छात्रों की प्रमुख मांगें:
1. छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए आईडी कार्ड अनिवार्य किया जाए।
2. 75% उपस्थिति नियम को सख्ती से लागू किया जाए।
3. छात्रों से अवैध वसूली पूरी तरह बंद की जाए।
4. कल्पना चावला छात्रावास का शीघ्र आवंटन किया जाए।
प्रदर्शन के बाद प्रधानाचार्य ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों पर 15 दिनों के भीतर कार्रवाई की जाएगी। उनके लिखित आश्वासन के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने तालाबंदी समाप्त कर धरना खत्म कर दिया।