ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की सफलता के बाद उत्तराखंड में हाई अलर्ट, मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक कर दिए अहम निर्देश

देहरादून:ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की सफलता के बाद देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने जहां सख्त रुख अपनाया है, वहीं राज्यों में भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक कर प्रदेश की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को लेकर कई अहम दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
यह बैठक केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी की अध्यक्षता में सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में मिले दिशा-निर्देशों के अनुपालन में आयोजित की गई थी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
चारधाम यात्रा पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए हुए हैं। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है। इस संदर्भ में उन्होंने पुलिस, आईटीबीपी, और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को यात्रा मार्गों पर गश्त बढ़ाने, ड्रोन से निगरानी करने तथा हर पड़ाव पर सुरक्षा बलों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बांधों और ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा होगी और मजबूत
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में मौजूद सभी प्रमुख बांधों एवं ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि ये संस्थान रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, और इनकी सुरक्षा में कोई चूक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सुरक्षाबलों को इन स्थलों पर ‘थ्रेट असेसमेंट’ कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।
संचार माध्यमों पर कड़ी निगरानी
राज्य में किसी भी प्रकार की अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं को फैलने से रोकने के लिए संचार माध्यमों पर विशेष निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने साइबर सेल को सक्रिय करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रही संदिग्ध सूचनाओं की निगरानी करने और आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
जमाखोरी व मुनाफाखोरी पर नजर
इस संवेदनशील समय में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जमाखोरी और मुनाफाखोरी की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन को सख्त निगरानी रखने और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
अस्पताल अलर्ट पर, राहत केंद्र तैयार
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा जाए। जीवन रक्षक दवाइयों एवं आपातकालीन संसाधनों का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी आपात स्थिति में नागरिकों को तत्काल राहत देने के लिए सामुदायिक भवनों, धर्मशालाओं और अन्य सार्वजनिक स्थलों को राहत केंद्र के रूप में पहले से तैयार रखा जाए।
सुरक्षा ही सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने बैठक के अंत में दोहराया कि यह समय सतर्कता और सजगता का है। सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि अफवाहों से बचें, केवल सरकारी स्रोतों से प्राप्त सूचना पर ही विश्वास करें, और आवश्यकता पड़ने पर प्रशासन का सहयोग करें।
प्रदेश सरकार हर स्थिति से निपटने के लिए पूर्णतः तैयार है। जनता की सुरक्षा और सुविधा के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।