अयोध्या बना ‘फैमिली आईडी’ योजना में प्रदेश का चौथा अग्रणी जिला पात्र परिवारों तक तेजी से पहुंच रही सरकारी योजनाओं का लाभ

Report By: स्पेशल डेस्क
अयोध्या: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना ‘फैमिली आईडी – एक परिवार, एक पहचान’ का असर ज़मीनी स्तर पर देखने को मिल रहा है। इस योजना के अंतर्गत जनपद अयोध्या ने महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त किया है।
क्या है ‘फैमिली आईडी’ योजना?
‘फैमिली आईडी – एक परिवार, एक पहचान’ योजना का उद्देश्य प्रदेश के प्रत्येक परिवार को एक विशिष्ट पहचान देना है, जिसके माध्यम से सरकारी योजनाओं का सीधा और पारदर्शी लाभ पात्र लाभार्थियों तक पहुंचाया जा सके। यह पहचान डिजिटल रूप में तैयार की जा रही है, जो कि आधार से अलग और प्रत्येक परिवार के लिए यूनिक होगी।
सरकार का मानना है कि इस पहल से डुप्लिकेशन को रोका जा सकेगा, और सभी योजनाओं में पात्रता की पहचान सरलता से की जा सकेगी। यह योजना विशेष रूप से उन परिवारों के लिए उपयोगी सिद्ध हो रही है, जिन्हें अब तक योजनाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पाया था।
अयोध्या की बड़ी उपलब्धि
अयोध्या जिले ने ‘फैमिली आईडी’ पंजीकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करते हुए प्रदेश के तमाम जिलों को पीछे छोड़ दिया है। स्थानीय प्रशासन, आईटी विभाग और पंचायतों की संयुक्त पहल से यह संभव हुआ है कि जिले के अधिकतर परिवारों ने इस योजना से जुड़ाव दिखाया है।
योजना के लाभ
पात्रता आधारित योजनाओं तक आसान पहुंच
लाभार्थियों की सीधी पहचान और डिजिटल रिकॉर्ड
पारदर्शी वितरण प्रणाली
योजना से वंचित परिवारों को भी जोड़ने में सहायता
बेरोजगार युवाओं और श्रमिकों की जानकारी एकत्र करने में सहायक
मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश का कोई भी पात्र परिवार किसी भी सरकारी लाभ से वंचित न रहे। ‘फैमिली आईडी’ इसी दिशा में एक ठोस कदम है। इसके माध्यम से सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं जैसे राशन वितरण, छात्रवृत्ति, पेंशन, आवास योजना, स्वरोजगार योजनाओं आदि को और अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा।
सरकार की ओर से सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पंजीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाएं और आम जनमानस को इसके बारे में जागरूक करें। साथ ही, जिन परिवारों के पास अभी तक परिवार आईडी नहीं है, उन्हें स्थानीय CSC केंद्रों या पंचायत कार्यालयों के माध्यम से जोड़ने की प्रक्रिया जारी है।