वैदिक मंत्रोच्चार के बीच खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा

उत्तराखंड: उत्तराखंड के प्रमुख चारधामों में से एक, श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट आज प्रातः 6 बजे विधिपूर्वक श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस अवसर पर विशेष वैदिक मंत्रोच्चारण, गणेश पूजा और द्वार पूजा का आयोजन किया गया। साथ ही, हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा कर इस धार्मिक अनुष्ठान को और भी भव्य बनाया गया।
धार्मिक अनुष्ठान और पुष्पवर्षा
ब्रह्ममुहूर्त में आयोजित गणेश पूजा और द्वार पूजा के बाद, मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। इस दौरान सेना के बैंड की मधुर धुनों के बीच ‘बद्री विशाल लाल की जय’ के उद्घोष से वातावरण भक्तिमय हो गया। हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कर श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया, जिससे माहौल और भी उल्लासित हो गया।
बद्रीनाथ धाम की भव्य सजावट
कपाट खुलने से पूर्व, श्री बद्रीनाथ मंदिर को पुष्पों और आकर्षक रोशनी से सजाया गया था। इस वर्ष, मंदिर परिसर में फोटो और वीडियो लेने पर प्रतिबंध लगाया गया है। नियमों का उल्लंघन करने पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है।
चारधाम यात्रा की शुरुआत
बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही, चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई है। इससे पहले, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे। इस वर्ष, कोविड-19 महामारी के प्रभावों से उबरने के बाद यात्रा में कोई बड़ी पाबंदियां नहीं होंगी।
यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य
उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। यात्रा के दौरान चिकित्सा सुविधाएं, आपातकालीन सेवाएं और यातायात प्रबंधन को लेकर भी विशेष तैयारी की जा रही है।
इस भव्य धार्मिक आयोजन ने न केवल श्रद्धालुओं की आस्था को प्रगाढ़ किया, बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर किया है।