बिहार ट्रक ऑनर एसोसिएशन 2 और 3 मार्च को करेगा चक्का जाम, नई खनन नीति में संशोधन की मांग

Report By : तारकेश्वर प्रसाद
आरा बिहार : बिहार ट्रक ऑनर एसोसिएशन ने 2 और 3 मार्च 2025 को राज्यभर में स्वेच्छिक सांकेतिक हड़ताल का ऐलान किया है। भोजपुर जिला ट्रक ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय यादव के नेतृत्व में आयोजित प्रेस वार्ता में इस हड़ताल की जानकारी दी गई। ट्रक मालिकों का कहना है कि नई खनन नीति 2024 में कई त्रुटियां हैं, जिससे वाहन स्वामियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
नई खनन नीति में संशोधन की मांग
ट्रक ऑनर एसोसिएशन का कहना है कि खनिज परिवहन करने वाले वाहन क्षमतानुसार माइनिंग चालान लेकर भी तकनीकी दिक्कतों के कारण परेशान हो रहे हैं। संगठन ने पहले ही बिहार सरकार के खनन एवं भूतत्व विभाग, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा था। अधिकारियों ने संशोधन का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया।

इसी के विरोध में प्रदेशभर के ट्रक मालिकों ने 2 और 3 मार्च को ट्रकों के खनिज लोडिंग और परिचालन को बंद रखने का फैसला किया है। साथ ही, जिले के विभिन्न हिस्सों में नुक्कड़ सभाएं और विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। अगर सरकार ट्रक मालिकों की मांगें नहीं मानती है, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल भी की जा सकती है।
ट्रक ऑनर एसोसिएशन की प्रमुख मांगे:
1. चार गुना बढ़े जुर्माने को वापस लिया जाए, जो अनुचित और अन्यायपूर्ण है।
2. चालान की अवधि समाप्त होने पर वाहन मालिकों को अतिरिक्त जुर्माने से छूट दी जाए।
3. दोषी वाहन स्वामी से मौके पर ही जुर्माना लेकर ट्रक को मुक्त किया जाए।
4. चालान भरने के बाद थाने से गाड़ी छोड़ने में हो रही देरी को रोका जाए।
5. भींगा बालू लोड करने पर ट्रक मालिक को दंडित न किया जाए, क्योंकि इसके लिए घाट संवेदक जिम्मेदार हैं।
6. रेलवे की तरह ट्रकों को भी अस्थायी परमिट से मुक्त रखा जाए।
7. केंद्र सरकार के आदेशानुसार सकल वाहन भार में 5% छूट को मान्यता दी जाए।
8. खनिज की माप वास्तविक पैमाइश के आधार पर हो।
9. सरकार द्वारा स्वीकृत लोडिंग क्षमता के तहत बालू ले जाने वाले ट्रकों को गलत तरीके से दंडित न किया जाए।
10. ट्रक खराबी, जाम या नो-इंट्री की स्थिति में सूचना देने के बाद भी मालिकों पर जुर्माना न लगाया जाए।
11. खनन चालान के साथ परिचालित वाहनों को अनावश्यक आर्थिक दंड और कानूनी मामलों से बचाया जाए।
12. चालान की वैधता को सड़क और पुलों की स्थिति को देखते हुए बढ़ाया जाए।
13. खनन से जुड़े ट्रकों की जांच का अधिकार पुलिस से वापस लिया जाए, ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगे।
14. नई खनन नीतियों को लागू करने से पहले ट्रक ऑनर एसोसिएशन से विचार-विमर्श किया जाए।
15. बालू घाट संवेदकों को धर्मकांटा से वजन रसीद देने का आदेश दिया जाए।
16. क्रेशर और बालू संवेदकों को कीमत सूची प्रदर्शित करने का निर्देश दिया जाए।
17. वाहन मालिकों को जुर्माने से पहले अपना पक्ष रखने का अवसर दिया जाए।
18. जिला स्तर पर धर्मकांटा की वास्तविकता जांचने के लिए माप-तोल अधिकारियों को निर्देश दिया जाए।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील
एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि हड़ताल पूरी तरह शांतिपूर्ण होगी। संगठन किसी भी तरह के माहौल बिगाड़ने वालों की जिम्मेदारी नहीं लेगा। अगर सरकार मांगे नहीं मानती, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल भी हो सकती है।
सरकार से अनुरोध किया गया है कि खनन नीति में संशोधन कर ट्रक मालिकों को राहत दी जाए, ताकि परिवहन व्यवस्था बाधित न हो और ट्रक मालिकों का शोषण बंद हो।