मऊ में जातीय जनगणना के ऐतिहासिक फैसले पर भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने मनाया जोरदार जश्न

Report By : आसिफ अंसारी
मऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सामान्य जनगणना के साथ-साथ जातीय जनगणना कराए जाने के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत करते हुए भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने मऊ में जोरदार तरीके से खुशी मनाई। रविवार को आजगढ़ मोड़ पर ढोल-नगाड़ों के साथ उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटी और आतिशबाजी कर खुशी जताई।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रामाश्रय मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है, जिससे देश की राजनीति में एक नया अध्याय जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से देश के पिछड़े और अतिपिछड़े वर्गों को उनके संवैधानिक अधिकार हासिल करने में सुविधा होगी। यह निर्णय सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम है।
पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामप्रवेश राजभर ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों और मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के इस ऐतिहासिक फैसले का पूरा पिछड़ा समाज दिल से स्वागत और आभार व्यक्त करता है। उन्होंने बताया कि अंतिम बार जातीय जनगणना भारत में 1931 में हुई थी और उसके बाद 94 वर्षों में किसी भी सरकार ने इसकी ओर ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि इस दौरान अधिकतर समय कांग्रेस या उनके सहयोगी दल सत्ता में रहे, लेकिन उन्होंने कभी भी पिछड़े वर्गों की वास्तविक स्थिति जानने या उन्हें उनका हक दिलाने की नीयत नहीं दिखाई। आज वही पार्टियां जैसे कांग्रेस, सपा और राजद, जातीय जनगणना का श्रेय लेने की होड़ में लगी हैं, जबकि इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है, जिन्होंने इसे हकीकत में बदलने का साहस दिखाया।
राजभर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के इस फैसले से पूरे देश और खासकर उत्तर प्रदेश के पिछड़े वर्गों में उत्साह और गर्व का माहौल है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछड़ा समाज प्रधानमंत्री के इस कदम को कभी नहीं भूलेगा और उनके साथ चट्टान की तरह खड़ा रहेगा।
इस कार्यक्रम में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें संतोष विश्वकर्मा, नीरज गुप्ता, मितरंजन राजभर, अवधेश वर्मा, अनिल चौहान, सुशील प्रजापति, भोला चौरसिया, नीतीश गोंड, चंदू पटवा सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के अंत में सभी कार्यकर्ताओं ने एक सुर में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का पिछड़ा वर्ग सशक्त और सम्मानित महसूस कर रहा है, और आने वाले समय में और भी मजबूती के साथ उनके साथ रहेगा।