भारत में बदला मौसम: भीषण गर्मी से बदलकर अचानक तेज हवाएं और बारिश क्यों, मई में कैसे दिख गई मानसून की झलक?

By: स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली: मई माह की शुरुआत में भारत के अधिकांश हिस्सों में प्रचंड गर्मी का असर दिख रहा था, लेकिन अब अचानक मौसम में बदलाव देखने को मिला है। तेज हवाओं और बारिश ने लोगों को चौंका दिया है। मानसून की दस्तक अब से पहले कभी नहीं देखी गई थी। मौसम में आए इस अप्रत्याशित बदलाव ने यह सवाल उठाया है कि आखिरकार मई में मानसून की झलक कैसे देखने को मिल गई।
भीषण गर्मी से राहत की ओर बढ़ता मौसम
पिछले कुछ दिनों से भारत के कई राज्यों में तापमान ने रिकॉर्ड तोड़े थे। उत्तर भारत, विशेषकर दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, और मध्य भारत के हिस्सों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच चुका था। पश्चिमी और दक्षिणी भारत में भी गर्मी ने आम जनजीवन को प्रभावित किया। लोग एयर कंडीशनर और कूलरों में सुकून की तलाश कर रहे थे, लेकिन अचानक से मौसम में बदलाव ने सभी को हैरान कर दिया।
तेज हवाएं और बारिश: क्यों आया यह बदलाव?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बदलाव की वजह मानसून के करीब आने की प्रक्रिया है। हालांकि मानसून सामान्यत: 15 जून के आसपास केरल में अपनी उपस्थिति दर्ज करता है, लेकिन इस बार मौसम में कुछ असामान्य गतिविधियाँ दिख रही हैं।
- मानसून की शुरुआती बारिश: मई के पहले सप्ताह में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र बनने की वजह से तटीय इलाकों में हवाएं तेज़ हो गईं और बारिश की संभावना बढ़ी।
- वायुमंडलीय दबाव का बदलाव: वातावरण में उच्च और निम्न दबाव क्षेत्रों के बीच के अंतर के कारण तेज हवाएं और बारिश शुरू हुई। खासतौर पर मध्य भारत और उत्तरी भारत के कुछ हिस्सों में यह बदलाव महसूस किया गया।
- प्राकृतिक असंतुलन: कई जगहों पर असामान्य मौसमी गतिविधियों को लेकर वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन भी इसके पीछे एक प्रमुख कारण हो सकता है। अनियमित मौसमी पैटर्न और अत्यधिक तापमान वृद्धि ने इन बदलावों को जन्म दिया है।
कहां-कहां हुआ बारिश का असर?
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। दिल्ली-एनसीआर में लोग जहां गर्मी से परेशान थे, वहीं अचानक आई बारिश ने कुछ राहत दी। राजस्थान और उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी हवा की गति तेज हो गई और कई स्थानों पर हल्की-फुल्की बारिश का दौर चला।
मानसून की दस्तक
मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि जून से पहले ही मानसून के कुछ संकेत देखने को मिल सकते हैं, हालांकि यह अभी भी सामान्य समय से पहले है। मौसम के इस अप्रत्याशित बदलाव ने मानसून की जल्द आने की संभावना को जन्म दिया है, जिससे किसानों और आम जनता में राहत की उम्मीद जगी है। विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून का असर जल्द ही दक्षिणी राज्यों में देखा जा सकता है।
भविष्य में मौसम का क्या होगा हाल?
मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों में और भी स्थानों पर बारिश और तेज हवाएं देखने को मिल सकती हैं। वहीं, तापमान में भी कुछ गिरावट आएगी, जिससे गर्मी से राहत मिलेगी। हालांकि, इस समय बारिश और हवाओं का यह दौर अस्थायी हो सकता है, और इसके बाद मौसम में हल्की गर्मी लौट सकती है।
समाप्त।
विशेषज्ञों के अनुसार: कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यह समय किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यदि मानसून जल्दी आता है, तो यह रबी फसलों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। इसके अलावा, कई राज्यों में जलाशयों के स्तर में वृद्धि हो सकती है, जो भविष्य में जल संकट को कम करने में मदद करेगा।
इस अप्रत्याशित मौसम बदलाव ने यह साबित कर दिया कि मौसम विज्ञान की सटीक भविष्यवाणी करना आज भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। हालांकि, तकनीकी उन्नति के साथ मौसम विभाग इसे लेकर और अधिक सटीक आंकड़े प्रस्तुत कर रहा है, लेकिन प्राकृतिक असंतुलन के कारण हमेशा कुछ अप्रत्याशित बदलाव की संभावना बनी रहती है।