शौर्य और सम्मान का प्रतीक बना चेपड़ों गांव मुख्यमंत्री धामी ने शहीद भवानी दत्त जोशी की स्मृति में शौर्य महोत्सव में की भावपूर्ण सहभागिता

Report By: उत्तराखंड डेस्क


थराली:उत्तराखंड के वीर भूमि थराली के चेपड़ों गांव में शुक्रवार को आयोजित शौर्य महोत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग कर इस आयोजन को गौरवपूर्ण बना दिया। यह आयोजन अशोक चक्र विजेता शहीद भवानी दत्त जोशी की स्मृति में आयोजित किया गया था। मुख्यमंत्री ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर शहीद की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने घोषणा की कि शहीद भवानी दत्त जोशी की स्मृति में आयोजित शौर्य मेला अब से राजकीय मेले के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहीद स्मारक का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा और इसके लिए आवश्यक धनराशि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।

शौर्य का गौरव, बलिदान का सम्मान
मुख्यमंत्री ने शहीद भवानी दत्त जोशी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया। भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत देश का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह समस्त उत्तराखंडवासियों के लिए गर्व की बात है कि इस वीर सपूत की स्मृति में हम सब एकत्र हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “शहीदों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। उनका बलिदान ही हमारी प्रेरणा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की सेनाओं का मनोबल बढ़ा है और अब देश की सुरक्षा के लिए हर मोर्चे पर कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। हाल ही में आतंकियों के खिलाफ चले ऑपरेशन ‘सिंदूर’ इसका जीवंत उदाहरण है। अब आतंकवाद के हर हमले का जवाब दुगनी ताकत से दिया जाएगा।”

लापरवाही पर सख्त रुख
थराली विधानसभा क्षेत्र में हाल ही में निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना पर मुख्यमंत्री ने तीखी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए कहा कि इसके लिए जिम्मेदार तीन इंजीनियरों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी।

वीरों के परिजनों को मिला सम्मान
शौर्य महोत्सव में मुख्यमंत्री ने अन्य वीर जवानों के परिजनों को भी सम्मानित किया। उन्होंने शहीद सतीश चंद्र के पिता महेशानंद, शहीद कृपा सिंह की पत्नी विमला देवी, शहीद हिम्मत सिंह के भाई अभय सिंह नेगी और श्रीमती सरोजनी कोटड़ी को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया। यह क्षण पूरे समारोह को भावुकता से भर गया।

नीतियों में बदलाव की ओर इशारा
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि उत्तराखंड सरकार केवल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ही नहीं, बल्कि नीतिगत स्तर पर भी व्यापक बदलाव कर रही है। उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC), नकल विरोधी कानून और महिलाओं के सशक्तिकरण जैसे कदमों की ओर संकेत करते हुए कहा कि राज्य का भविष्य सुरक्षित और सशक्त हो रहा है।

विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाया कार्यक्रम का मान
शौर्य महोत्सव में राज्य मंत्री बलवीर घुनियाल, वरिष्ठ नेता हरक सिंह नेगी, मेला अध्यक्ष बीरू जोशी, लेफ्टिनेंट कर्नल हरीश जोशी, विधायक भूपाल राम टमटा, जिलाधिकारी संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार, सीडीओ अभिषेक त्रिपाठी और एसडीएम पंकज भट्ट सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग व स्थानीय जनता उपस्थित रही।
मुख्यमंत्री के इस दौरे ने न केवल शहीदों के परिजनों को सम्मान का भाव दिया, बल्कि क्षेत्रीय विकास के लिए प्रतिबद्धता का संदेश भी दिया। शौर्य महोत्सव अब एक नई पहचान के साथ आगे बढ़ेगा – राजकीय मेला, जो वीरता और बलिदान की मिसाल को जीवंत रखेगा।

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