मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने “जेनिथ-25 फेस्ट” में युवाओं का आह्वान किया: देशहित को सर्वोपरि रखें, बनें ‘फ्यूचर-रेडी’ नागरिक


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को गुरू राम राय विश्वविद्यालय के वार्षिक समारोह “जेनिथ-25 फेस्ट” में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया और उन्हें देशहित को सर्वोपरि रखते हुए कार्य करने की प्रेरणा दी।

युवाओं को कर्तव्यनिष्ठ और राष्ट्रसेवी बनने का संदेश

मुख्यमंत्री धामी ने कहा,
“आज समय की मांग है कि हम सब अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी के साथ करें। जब भी देश संकट में हो, तब हमें जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्रीय सीमाओं से ऊपर उठकर राष्ट्र के साथ खड़े होना चाहिए।”

मुख्यमंत्री ने युवाओं से आग्रह किया कि वे न केवल अपने करियर को लेकर सजग रहें, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व को भी समझें और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

फ्यूचर-रेडी बनने की आवश्यकता पर बल

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में रोज़गार परिदृश्य तेजी से बदल रहा है और नवाचार के चलते जहां नए अवसर पैदा हो रहे हैं, वहीं पारंपरिक नौकरियों का स्वरूप भी बदल रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने युवाओं को “फ्यूचर-रेडी” बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं:

इंटर्नशिप और इंडस्ट्री-लिंक्ड कोर्सेज को बढ़ावा देने के लिए उद्योगों के साथ समझौते।

स्टार्टअप संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना।

नौकरी चाहने वालों की बजाय नौकरी देने वाले युवाओं के निर्माण पर जोर।


नई शिक्षा नीति को बताया रोजगारोन्मुख और व्यावहारिक

मुख्यमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति शिक्षा को केवल सैद्धांतिक न रखते हुए उसे व्यवहारिक और रोजगारोन्मुख बनाने का प्रयास है। उन्होंने कहा,
“हमारी सरकार ने देश में सबसे पहले नई शिक्षा नीति को लागू किया। शिक्षा और संस्कार ही मनुष्य को पूर्ण बनाते हैं और उसे समाज व राष्ट्र के लिए उपयोगी बनाते हैं।”

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिए निरंतर काम किया है और इस दिशा में आगे भी संकल्पित है।

सेना से जुड़ाव और मातृभूमि के प्रति गर्व

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि वह स्वयं एक सैनिक के पुत्र हैं और उन्हें इस बात पर गर्व है। उन्होंने उत्तराखंड की वीर भूमि को नमन करते हुए कहा,
“हमारे प्रदेश के हर परिवार से कोई न कोई सेना में है। चाहे बर्फीली चोटियाँ हों या तपते रेगिस्तान, हमारे वीर सैनिक हर परिस्थिति में माँ भारती की रक्षा कर रहे हैं।”

उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे भी अपने-अपने क्षेत्रों में सैनिकों की तरह सजग, समर्पित और कर्तव्यनिष्ठ बनें, क्योंकि देश की एकता और अखंडता केवल सीमाओं पर नहीं, बल्कि हमारे विचारों और कर्मों से भी सुरक्षित रहती है।

गुरू राम राय संस्थान की सराहना

मुख्यमंत्री ने गुरू राम राय विश्वविद्यालय की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह केवल एक शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि संत परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का ध्वजवाहक है।
उन्होंने कहा कि इस संस्थान में विद्यार्थियों को केवल डिग्रियाँ ही नहीं, बल्कि संस्कार, जीवन मूल्य और राष्ट्रीय चेतना भी दी जाती है।

मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में हेलिपैड निर्माण और आधुनिक कैंसर अस्पताल की स्थापना की सराहना करते हुए कहा कि इससे आमजन को न केवल सुविधा मिलेगी बल्कि स्वास्थ्य सेवा में भी क्रांतिकारी सुधार होगा।

विशिष्ट जनों की उपस्थिति

इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक श्री विनोद चमोली, विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती कोमल सकलानी, बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

यह वार्षिक समारोह युवाओं को राष्ट्र निर्माण, शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता के लिए प्रेरित करने वाला एक सशक्त मंच सिद्ध हुआ। मुख्यमंत्री के उद्बोधन ने सभी को यह संदेश दिया कि जब देशहित सर्वोपरि हो, तो हर कठिनाई को पार किया जा सकता है।

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