मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को दिया न्याय, सुरक्षा और सहानुभूति का भरोसा, कहा—दोषियों को नहीं मिलेगा कोई रहम

नैनीताल, उत्तराखंड उत्तराखंड के नैनीताल जनपद में घटित दुष्कर्म की हृदयविदारक घटना ने प्रदेशभर को झकझोर दिया है। घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं इस मामले की निगरानी प्रारंभ कर दी है। उन्होंने पीड़िता के परिजनों से दूरभाष पर बात की और अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हुए परिवार को हरसंभव सहायता और सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि यह जघन्य अपराध मानवता को शर्मसार करने वाला है और दोषियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जांच में कोई कोताही न बरती जाए और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई की जाए।
प्रशासन को दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को स्पष्ट निर्देश दिए कि पीड़िता और उसके परिवार को त्वरित सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए और उन्हें हर प्रकार की प्रशासनिक सहायता दी जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पीड़िता और उसके परिवार के साथ पूरी मजबूती और संवेदनशीलता के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि इस मामले में संवेदनशीलता और गंभीरता दोनों के साथ कार्रवाई होनी चाहिए ताकि समाज में एक स्पष्ट संदेश जाए कि इस प्रकार के अपराध बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
पुनर्वास और भविष्य की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी नैनीताल ने पीड़िता को समाज कल्याण विभाग की स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ने के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया है। साथ ही समाज कल्याण अधिकारी को आदेश दिया गया है कि बच्ची को अनुमन्य आर्थिक सहायता की प्रक्रिया पूर्ण कर 24 घंटे के भीतर राशि उपलब्ध कराई जाए।
राज्य सरकार ने पीड़िता और उसकी बहन की शिक्षा के लिए दीर्घकालिक योजना तैयार की है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्ची की शिक्षा और उसका भविष्य सुरक्षित रहे। इसके लिए सरकारी स्तर पर सभी आवश्यक कदम तत्परता से उठाए जा रहे हैं।
कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में
जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि नैनीताल में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और शहर का वातावरण बिगाड़ने वाले किसी भी अवैधानिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने पीड़िता के परिजनों से मिलकर उन्हें निष्पक्ष जांच और हरसंभव सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
जनता से शांति बनाए रखने की अपील
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा कि सरकार पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और न्याय प्रक्रिया में तेज इस अमानवीय कृत्य ने समाज को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा उठाए गए त्वरित और दृढ़ कदम यह दर्शाते हैं कि उत्तराखंड में अपराध के लिए कोई स्थान नहीं है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार न केवल पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि उसके भविष्य को भी संवारने का संकल्प ले चुकी है।