चिराग पासवान ने आरा से भरी चुनावी हुंकार, बोले- विपक्षी भूल गए कि मैं शेर का बेटा हूं


रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद


बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की आहट तेज, लोजपा (रामविलास) ने ‘नव संकल्प महासभा’ से किया आगाज़
बिहार में एक बार फिर सियासी पारा चढ़ चुका है। 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने कमर कस ली है। इन्हीं तैयारियों के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपने चुनावी अभियान की धमाकेदार शुरुआत भोजपुर जिले के आरा से की।
वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में आयोजित ‘नव संकल्प महासभा’ के माध्यम से चिराग पासवान ने बिहार की राजनीति में अपनी दमदार मौजूदगी का संकेत दिया। कार्यक्रम में जनसैलाब उमड़ पड़ा। भीषण गर्मी के बावजूद लाखों की संख्या में लोगों की भागीदारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि चिराग पासवान अब सियासी जमीन पर मजबूती से डटे हुए हैं।
इस आयोजन की अगुवाई पूर्व एमएलसी और पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडे ने की। उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारी की थी, और परिणामस्वरूप आयोजन ऐतिहासिक बन गया।

चिराग का सियासी शंखनाद, विपक्ष पर तीखा हमला
सभा को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा,
“विपक्षी भूल गए हैं कि मैं शेर का बेटा हूं। मैं बिहार की माटी का सच्चा सपूत हूं और जब तक इस राज्य में अंतिम व्यक्ति को न्याय नहीं मिलेगा, मेरा संघर्ष जारी रहेगा।”
चिराग ने कहा कि उनका उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के विज़न को साकार करना है। उन्होंने साफ कर दिया कि वे आगामी विधानसभा चुनावों में पूरी ताकत से उतरेंगे और 243 सीटों पर पार्टी उम्मीदवार उतारने का प्रयास करेंगे।

नव संकल्प महासभा’: चुनावी रणनीति का ट्रेलर
‘नव संकल्प महासभा’ सिर्फ एक राजनीतिक सभा नहीं थी, बल्कि यह लोजपा (रामविलास) की आने वाली चुनावी रणनीति का ट्रेलर भी था। भोजपुर, बक्सर, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, अरवल और पटना जैसे जिलों से लाखों समर्थक इस सभा में शामिल हुए, जिसने पार्टी की जमीनी पकड़ को दर्शाया।
सभा स्थल पर 100×300 फीट का विशाल पंडाल तैयार किया गया था। आयोजन को सफल बनाने के लिए पेयजल, हवादार व्यवस्था और बैठने की उत्तम व्यवस्था की गई थी।

बिहार से लड़ूंगा चुनाव: चिराग पासवान
सभा में चिराग पासवान ने यह भी स्पष्ट किया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा,
“मैं चुनाव लड़ूंगा। बिहार को फर्स्ट बनाने और बिहारियों को फर्स्ट बनाने के लिए लड़ूंगा।”
हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनकी उम्मीदवारी को लेकर अंतिम निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड लेगा। उन्होंने भाजपा का उदाहरण देते हुए कहा कि राष्ट्रीय नेता राज्य चुनाव लड़ते रहे हैं, इसलिए उनका उतरना कोई असामान्य बात नहीं है।

आरा या संदेश? सीट को लेकर अटकलें तेज
चिराग पासवान की इस घोषणा के बाद भोजपुर जिले की आरा और संदेश सीटों पर उनकी संभावित उम्मीदवारी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। चिराग ने पहले ही संकेत दे दिया है कि वे किसी सामान्य (अनारक्षित) सीट से चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में शाहाबाद क्षेत्र की इन दोनों सीटों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और राजनीतिक पंडितों में अटकलें तेज हो गई हैं
शाहाबाद क्षेत्र लोजपा के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है और चिराग इसे एनडीए का गढ़ बनाना चाहते हैं।

राज्यभर में होंगी और महासभाएं
आरा की इस महासभा की सफलता से उत्साहित होकर लोजपा (रामविलास) ने अब राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में इसी तरह की ‘नव संकल्प महासभा’ आयोजित करने की योजना बनाई है। हर जनसभा में पांच से छह जिलों को शामिल किया जाएगा, जिससे पार्टी का जनाधार बढ़े और संगठनात्मक मजबूती मिले।

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