जिला : वैशाली,बिहार
रिपोर्ट : मृत्युंजय कुमार
जिला पदाधिकारी, वैशाली के निदेशानुशार समाहरणालय में खतियान की सच्ची प्रतिलिपि के आवेदनों के निष्पादन हेतु एक सुदृढ़ व्यवस्था की गई है। समाहरणालय परिसर में जिला राजस्व अभिलेखागार कार्यालय द्वारा एक शिविर का संचालन 1 महीने से किया जा रहा है जिसमे आवेदक अपना खतियान निकलवाने हेतु आवेदन राजस्व टिकट के साथ जमा करा सकते हैं। तैयार किए गए खतियान की सच्ची प्रतिलिपि के हर पन्ने पर राजस्व टिकट आवेदक द्वारा देय है जिसके उपरांत ही अभिलेख की प्रतिलिपि को तैयार करके आवेदक को वितरीत किया जाता है। इसी शिविर में आवेदक द्वारा राजस्व टिकट जमा करा देने के उपरांत तैयार हुए अभिलेख को वितरण करने की व्यवस्था की गई है।
विगत एक महीने में अन्य जिलों की भांति वैशाली ज़िले में भी ऑफलाइन आवेदनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। कुल लंबित आवेदनों की संख्या लगभग 9000 एवं डेढ़ महीने की पेंडेंसी को व्यवस्थित ढंग से निष्पादन करा कर पेंडेंसी को 5 दिनों तक ले आया गया है जिसे शीघ्र ही पूर्ण निष्पादन करा लेने की व्यवस्था की जा रही है। कतिपय आवेदनों में खतियान का पूर्ण विवरणी यथा –अंचल, थाना, मौजा, खाता, खेसरा – के उल्लेख नही होने के कारण एवं ससमय आवेदक द्वारा राजस्व टिकट उपलब्ध नहीं कराने के कारण निष्पादन में समस्या आती है। जिला राजस्व अभिलेखागार प्रभारी पदाधिकारी प्रशांत रमानिया द्वारा इस बाबत आवेदकों से अनुरोध है कि पूर्ण विवरणी के साथ ही आवेदन करें।
रमानिया द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि आवेदकों को घर बैठे ही खतियान की प्रतिलिपि पाने की सुविधा प्रदान करने हेतु ऑनलाइन पोर्टल – bhuabhilekh.bihar.gov.in – की भी व्यवस्था की गई है जिसपर आवेदक जन्म/जाति प्रमाण पत्र की ही भांति अपने खतियान की स्कैन की हुई अभिलेख का अवलोकन कर उसकी डिजिटल प्रमाण पत्र निर्धारित शुल्क ऑनलाइन भुगतान करके डाउनलोड कर सकते हैं जिससे सुदूर आवासित रैयतों को कार्यालय आने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।