महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को लेकर संत गदगद, सीएम योगी आदित्यनाथ को दिया श्रेय

प्रयागराज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज स्थित महाकुम्भ नगर का दौरा किया और विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया। इस दौरान, उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की और महाकुम्भ की व्यवस्थाओं पर उनके विचारों का फीडबैक लिया। संतगण और श्रद्धालु मुख्यमंत्री की प्रयासों को लेकर गदगद नजर आए और उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता की सराहना की। संतों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से की गई तैयारियों को लेकर अपनी प्रशंसा भी व्यक्त की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महाकुम्भ नगर पहुंचने पर तहे दिल से स्वागत किया गया। उन्होंने पहले जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी से मुलाकात की, जहां महाकुम्भ की व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने संतों से उनके अनुभव भी जाने। इसके बाद, वह सदाफल आश्रम स्थित स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट पहुंचे, जहां उन्होंने साधु-संतों से संवाद किया और महाकुम्भ की व्यवस्थाओं के बारे में संतों से फीडबैक लिया।

महाकुम्भ की भव्यता पर संतगण हुए अभिभूत

महाकुम्भ के इस आयोजन में संतगण अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता इस बार पहले से कहीं अधिक है। संतों का कहना था कि योगी सरकार द्वारा महाकुम्भ की तैयारियों में किए गए सुधारों ने इसे पहले से कहीं अधिक दिव्य और आकर्षक बना दिया है। संतों ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि महाकुम्भ का आयोजन धार्मिक आस्था के साथ-साथ सुरक्षा, साफ-सफाई और व्यवस्थाओं के लिहाज से भी बहुत अच्छा हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने संतों से संवाद करते हुए कहा, “हमने महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से चलाने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।” उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में भी राज्य सरकार ऐसे ही भव्य और दिव्य आयोजनों को सुनिश्चित करेगी, जिससे हर श्रद्धालु को संतुष्टि मिले।

कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा में सम्मिलन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ नगर के सेक्टर 21 में प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा की कथा में भी भाग लिया। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए थे और उन्होंने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से मुलाकात की और महाकुम्भ की भव्यता के बारे में उनकी राय ली। साथ ही, उन्होंने श्रद्धालुओं से यह भी कहा कि वे हमेशा धार्मिक आयोजनों में सम्मिलित होकर समाज को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करें।

महाकुम्भ 2025 का आयोजन एक ऐतिहासिक पल

इस बार महाकुम्भ 2025 का आयोजन 144 वर्षों के पुण्य संयोग में हो रहा है। अब तक करीब 52 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं। यह आयोजन न केवल देशभर के श्रद्धालुओं के लिए एक धार्मिक पर्व बन चुका है, बल्कि विदेशी पर्यटकों की भी बड़ी संख्या इसमें सम्मिलित हो रही है। विदेशी पर्यटक महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता से इतने प्रभावित हो रहे हैं कि वे भी इसकी तारीफ किए बिना नहीं रह पा रहे हैं।

सीएम योगी ने साधु-संतों को आश्वस्त किया

महाकुम्भ में सरकार की तरफ से किए गए कार्यों और व्यवस्थाओं की संतों द्वारा की गई सराहना के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार हमेशा संत समाज और श्रद्धालुओं के भले के लिए काम करती रहेगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आने वाले समय में धार्मिक आयोजनों को इसी प्रकार की भव्यता और दिव्यता के साथ संपन्न किया जाएगा।

महाकुम्भ 2025 का आयोजन इस बार एक ऐतिहासिक महत्व रखता है और इसे देखकर सभी संतगण और श्रद्धालु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यप्रणाली से अत्यधिक प्रभावित हैं।

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