आरा सदर-पूर्वी-25 में सड़क और पुल निर्माण से विकास को मिलेगी नई रफ्तार

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
आरा:भोजपुर जिले के आरा सदर-पूर्वी-25 क्षेत्र में सड़क और पुल निर्माण को लेकर विकास की एक नई लहर बहने वाली है। इस सिलसिले में जिला परिषद सदस्य श्री धनंजय यादव ने आज दौलतपुर गांव एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर निर्माण कार्यों की स्थिति की समीक्षा की और कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
दौलतपुर से लेकर महादलित टोलों तक सड़क निर्माण की योजना तैयार
श्री धनंजय यादव ने बताया कि दौलतपुर गांव से लेकर आरा-केशवपुर रोड, दौलतपुर बांध, मथवलीया, जमीरा, भुसहुला और नवागांव के महादलित टोलों तक सड़क निर्माण की कार्य योजना तैयार कर ली गई है। इन सभी क्षेत्रों का सर्वेक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है और शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
इन इलाकों में वर्षों से आवागमन की समस्या बनी हुई थी, खासकर बरसात के दिनों में कीचड़ और जलजमाव के चलते ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अब इन इलाकों में पक्की सड़कों का निर्माण न केवल आवागमन को आसान बनाएगा बल्कि आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।
इसके साथ ही हसनपुरा पुल से जमीरा-अलीपुर पथ और लच्छनपुर मोड़ से चांदी तक के मार्गों के लिए भी सर्वेक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है। इन सड़कों का निर्माण क्षेत्र के हजारों लोगों के लिए राहत का काम करेगा और बाजार, स्कूल, अस्पताल जैसे महत्वपूर्ण स्थानों तक पहुंच आसान बनाएगा।
बॉक्स कलवर्ट पुल भी होंगे निर्मित
श्री यादव ने जानकारी दी कि गोठहुला और मथवलीया में इनबॉक्स पुल (Box Culvert) के निर्माण की योजना भी बनाई गई है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में जल निकासी की समस्या का समाधान होगा और बरसात में पुल के अभाव में होने वाले आवागमन में अवरोध दूर होगा।
यादव ने कहा कि अगले 6 माह से 1 वर्ष की समय-सीमा में इन सभी परियोजनाओं को धरातल पर उतार दिया जाएगा। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है और कार्य की निरंतर निगरानी की जाएगी।
जनता को दिया भरोसा, विकास को बताया संकल्प
अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए श्री धनंजय यादव ने कहा –
जब तक आरा सदर-पुर्वी-25 को विकसित क्षेत्र नहीं बना देंगे, तब तक न हम चैन से बैठेंगे और न किसी को बैठने देंगे।”
उनका यह बयान न केवल उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाता है, बल्कि क्षेत्र की जनता के बीच भरोसे और पारदर्शिता का वातावरण भी पैदा करता है।