मऊ में मनाई गई देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती, महिलाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान

रिपोर्टर: आसिफ अंसारी


प्रदान ब्लॉक प्रांगण में आयोजित एक भव्य समारोह में देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष संगीता द्विवेदी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि देश की प्रत्येक महिला को देवी अहिल्याबाई होलकर की तरह बुद्धिमान, ओजस्वी और जुझारू बनने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई न केवल एक कुशल प्रशासिका थीं, बल्कि उन्होंने अपने न्यायप्रिय शासन से समाज को नई दिशा दी।

गरीब परिवार से लेकर ‘लोकमाता’ बनने तक का सफर
संगीता द्विवेदी ने अहिल्याबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था, लेकिन वे बचपन से ही धार्मिक, तेजस्वी और शिवभक्त थीं। मात्र आठ वर्ष की आयु में जब वे मंदिर में संध्या आरती कर रही थीं, उसी दौरान मल्हार राव होलकर ने उनकी आरती सुनी और प्रभावित होकर उन्हें अपने पुत्र खांडेराव के लिए वधू रूप में स्वीकार किया।
कुछ समय पश्चात उनके पति का निधन हो गया और राज्य की समस्त जिम्मेदारी अहिल्याबाई पर आ गई। ससुर मल्हार राव के आग्रह पर उन्होंने राजपाठ संभाला और एक न्यायप्रिय शासक के रूप में अपने शासन की मिसाल कायम की। उन्होंने समाज में महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए।

महिला सशक्तिकरण की सशक्त प्रतीक रहीं अहिल्याबाई
कार्यक्रम में मऊ सदर से पूर्व भाजपा प्रत्याशी अशोक सिंह ने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्व-सहायता समूहों की स्थापना की, जहां महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराया गया। उन्होंने साड़ी उद्योग की स्थापना कर हजारों महिलाओं को रोजगार दिलाया। इसके साथ ही उन्होंने ‘महिला सेना’ का गठन भी किया, जिसमें महिलाओं को शस्त्र और शास्त्र दोनों का ज्ञान दिया गया।

300 वर्षों पूर्व का आदर्श शासन मॉडल

भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल ने कहा कि देवी अहिल्याबाई होलकर ने लगभग 300 वर्ष पूर्व मालवा क्षेत्र में लगभग 30 वर्षों तक शासन किया। उनके कार्यकाल में प्रजा सुखी और सुरक्षित रही। वे हर वर्ग की भलाई के लिए तत्पर रहीं और आज भी उनका जीवन समस्त महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।

उपस्थित गणमान्यजन और कार्यकर्ता
कार्यक्रम में गनेश सिंह, कृष्ण कांत राय, सचिंद्र सिंह, यशपाल सिंह, अशोक कुमार सहित कई अन्य भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। सभी ने देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन और कार्यों को याद करते हुए उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया।

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