कर्नाटक से चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालु की मौत, सीने में दर्द के बाद अस्पताल में थे भर्ती

Report By: उत्तराखंड डेस्क

तेहरी गढ़वाल:चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड पहुंचे एक कर्नाटक निवासी श्रद्धालु की तबीयत अचानक बिगड़ जाने के बाद मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यात्री को सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक श्रद्धालु की पहचान 56 वर्षीय रमेश गौड़ा (निवासी – बेंगलुरु, कर्नाटक) के रूप में हुई है। वह अपने परिवार और अन्य श्रद्धालुओं के साथ चारधाम यात्रा पर निकले थे और वर्तमान में उनकी यात्रा का पड़ाव उत्तरकाशी और यमुनोत्री मार्ग के बीच था। सोमवार देर रात अचानक उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद साथियों ने उन्हें तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केंद्र – चंबा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।
डॉक्टरों के अनुसार, रमेश गौड़ा को अस्पताल लाने के समय उनकी स्थिति काफी नाजुक थी। प्रारंभिक परीक्षणों में हार्ट अटैक की आशंका जताई गई थी। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें श्रीनगर बेस हॉस्पिटल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

प्रशासन और पुलिस की भूमिका
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग हरकत में आया। शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं और मृतक के परिवार को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। प्रशासन ने श्रद्धालु की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जा रही है।

स्वास्थ्य सुविधाओं पर उठ रहे सवाल
यह घटना एक बार फिर से चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीरता को उजागर करती है। हर वर्ष हजारों की संख्या में देशभर से श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आते हैं, लेकिन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और स्वास्थ्य सुविधाओं की सीमित उपलब्धता कई बार जानलेवा साबित होती हैं। इस साल भी अब तक यात्रा के दौरान स्वास्थ्य कारणों से कई श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।

स्वास्थ्य विभाग की अपील
स्वास्थ्य विभाग और यात्रा प्रशासन ने सभी यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले संपूर्ण मेडिकल चेकअप जरूर करवाएं, विशेषकर वे लोग जो हृदय, श्वसन या उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं। साथ ही, यात्रा के दौरान निर्धारित विश्राम, हाइड्रेशन और खानपान का विशेष ध्यान रखें।

चारधाम यात्रा में अब तक की स्थिति
चारधाम यात्रा की शुरुआत 10 मई से हुई थी और अब तक लाखों श्रद्धालु बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन कर चुके हैं। प्रशासन ने इस वर्ष हाईटेक सुविधाओं और ट्रैकिंग सिस्टम के साथ यात्रा को अधिक सुगम और सुरक्षित बनाने के प्रयास किए हैं। बावजूद इसके, लगातार आ रही स्वास्थ्य संबंधी घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं।

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