जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने होमगार्ड बहाली प्रक्रिया का किया गहन निरीक्षण, आधुनिक तकनीक और पारदर्शिता पर जोर

Report By: मृत्युंजय कुमार

वैशाली जिले के हाजीपुर स्थित पुलिस लाइन के खेल मैदान में चल रही होमगार्ड बहाली प्रक्रिया का गुरुवार को जिलाधिकारी शशिपाल मीणा और पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा ने निरीक्षण किया। यह निरीक्षण लगातार दूसरे दिन किया गया, जिसमें दोनों वरीय अधिकारियों ने भर्ती प्रक्रिया के प्रत्येक चरण का सूक्ष्म अवलोकन किया और पारदर्शिता व निष्पक्षता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बहाली प्रक्रिया के तहत शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन सुव्यवस्थित और अनुशासित तरीके से किया जा रहा है। गुरुवार को इस परीक्षा में कुल 1400 अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया गया था, जिनमें से 927 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। दौड़, ऊंचाई, सीना माप, लंबी कूद, ऊंची कूद और गोला फेंक जैसे विभिन्न शारीरिक मापदंडों पर अभ्यर्थियों की जांच की गई।

आधुनिक तकनीक से हो रहा है पंजीकरण
होमगार्ड बहाली की प्रक्रिया को पूरी तरह से तकनीकी और डिजिटल माध्यम से संचालित किया जा रहा है। पंजीकरण के लिए बायोमेट्रिक पद्धति, आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) और लेजर मापन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इससे न केवल प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित हो रही है, बल्कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या धांधली की संभावना भी नगण्य हो गई है।

दौड़ में 161 अभ्यर्थी सफल, 9 अभ्यर्थी ऊंचाई और सीने की जांच में अयोग्य
दौड़ परीक्षा में 161 अभ्यर्थी सफल हुए। इसके बाद ऊंचाई और सीने की माप की गई, जिसमें 9 अभ्यर्थी निर्धारित मानकों पर खरे नहीं उतर सके और अयोग्य घोषित कर दिए गए। जो अभ्यर्थी इन दोनों प्रक्रियाओं में सफल रहे, उन्हें आगे की शारीरिक परीक्षाओं – ऊंची कूद, लंबी कूद और गोला फेंक – में शामिल किया गया।

मेडिकल टेस्ट भी मौके पर
उक्त शारीरिक परीक्षाओं के साथ-साथ अभ्यर्थियों का प्राथमिक चिकित्सकीय परीक्षण (मेडिकल टेस्ट) भी उसी समय मैदान पर किया गया, ताकि चयन प्रक्रिया को तेजी से और सही तरीके से आगे बढ़ाया जा सके।

गर्मी को देखते हुए दौड़ का समय निर्धारित
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार, गर्मी को ध्यान में रखते हुए दौड़ की प्रक्रिया प्रतिदिन प्रातः 8:30 बजे तक पूरी कर ली जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारी, प्रातः 2:30 बजे से ही अपनी तैयारियों में जुट जाते हैं। इससे अभ्यर्थियों को गर्मी से राहत मिलती है और परीक्षा सही समय पर संपन्न हो पाती है।

निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता (आपदा) अरुण कुमार सिंह, एडीएम (विभागीय जांच) एहसान अहमद, होमगार्ड के कमांडेंट प्रेमचंद सहित कई अन्य वरीय अधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने बहाली प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने पर बल दिया और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

निष्पक्ष और अनुशासित प्रक्रिया पर ज़ोर
जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि सम्पूर्ण बहाली प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष, पारदर्शी और अनुशासित तरीके से संचालित की जा रही है। कोई भी अनियमितता या पक्षपात न हो, इसके लिए सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है और प्रत्येक प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है।

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