आरा में घरेलू विवाद बना खूनी संघर्ष

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
बिहार के भोजपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना आरा के गजराजगंज ओपी क्षेत्र के सरफाफर गांव की है, जहां गुरुवार को नशे में धुत एक युवक ने घरेलू विवाद में अपनी ही दो भाभियों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमले में दोनों महिलाओं के हाथ गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं, जिनमें से एक का हाथ दो हिस्सों में कट गया है। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है।
गुरुवार को दोपहर क़रीब 11 बजे भूपेंद्र यादव नामक युवक ने नशे की हालत में पहले अपने बड़े भाई रवींद्र यादव की पत्नी प्रतिभा देवी पर भुजाली (तेज धार वाला देसी हथियार) से हमला कर दिया। वार इतना भयानक था कि प्रतिभा देवी का दायां हाथ दो टुकड़ों में कट गया। जब प्रतिभा देवी की चीखें सुनकर राघवेन्द्र यादव की पत्नी नीलू देवी उसे बचाने आईं तो आरोपी ने उन पर भी हमला कर दिया।
हमले में नीलू देवी का हाथ भी कट गया और साथ ही उनके सिर पर भी गहरी चोटें आईं। आसपास के लोगों ने किसी तरह दोनों महिलाओं को बचाया और तुरंत सदर अस्पताल, आरा में भर्ती कराया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पटना रेफर कर दिया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
सीआरपीएफ में कार्यरत हैं दोनों महिलाओं के पति
बताया जा रहा है कि पीड़ित महिलाओं के पति केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) में कार्यरत हैं और वर्तमान में ड्यूटी पर बाहर हैं। घटना के वक्त महिलाएं घर पर अकेली थीं और आरोपी देवर ने इसी का फायदा उठाया। यह भी सामने आया है कि आरोपी भूपेंद्र यादव लंबे समय से नशे का आदी है और आए दिन घरेलू विवाद करता रहता था।
घटना की सूचना मिलते ही गजराजगंज ओपी प्रभारी हरि किशोर शर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तत्परता दिखाते हुए आरोपी को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। घटना में प्रयुक्त धारदार भुजाली को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस फिलहाल आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि हमले के पीछे के सही कारणों को जाना जा सके।
पीड़ित प्रतिभा देवी ने पुलिस को बताया कि वह बच्चों को नहला रही थी, तभी उसका देवर आकर लड़ाई-झगड़ा करने लगा। विरोध करने पर उसने अचानक हमला कर दिया। नीलू देवी ने जब बचाव करने की कोशिश की तो उस पर भी जानलेवा हमला कर दिया गया।
इस दर्दनाक घटना के बाद गांव में दहशत और गुस्से का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि भूपेंद्र यादव पहले भी कई बार महिलाओं से दुर्व्यवहार कर चुका है, लेकिन कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई थी। अब जब घटना ने गंभीर रूप ले लिया, तब जाकर पुलिस हरकत में आई।
स्थानीय लोगों और परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और पीड़ित महिलाओं के इलाज और सुरक्षा का पूरा प्रबंध किया जाए। साथ ही गांव में महिला सुरक्षा के लिए सतत निगरानी की मांग भी उठ रही है।