टेण्डर प्रक्रिया की धीमी प्रगति पर शासन का कड़ा रुख
Report : Sanjay Sahu, Chitrakoot
चित्रकूट : स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के फेज 2 में लापरवाही, अनियमितता करने और कार्यो पर शिथिलता बरतने पर उप्र शासन ने पंचायतीराज विभाग के चित्रकूट धाम मंडल के उप निदेशक समरदीप और चित्रकूट के जिला पंचायतराज अधिकारी तुलसीराम को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर ने एक संविदाकर्मी की सेवाएं भी समाप्त कर दी हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चित्रकूट जिले की 19 ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन फेज 2 के तहत काम होने थे।
इसमें अभियान को गति देने के लिए बड़े पैमाने पर सामग्री खरीद की जानी थी। इसकी टेंडर प्रक्रिया दोषयुक्त पाए जाने पर जिला परामर्शदाता कुलदीप सिंह की संविदा सेवा समाप्त की गई हैं। इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन के कार्य में शिथिलता, लापरवाही और भुगतान में हीलाहवाली के मामले में शासन स्तर से उप निदेशक पंचायती राज समरजीत और चित्रकूट के जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसीराम को निलंबित कर दिया गया है। सामग्री की खरीद पाँचों ब्लाक के जिन गांवों में होनी थी, उनमें मऊ विकास खंड के खंडेहा बरगढ़, सदर ब्लाक के रसिन अकबरपुर ब, पहरा, भीखमपुर, शिवरामपुर कसहाई, परसौंजा रामनगर ब्लाक की इटवा मानिकपुर की चुरेह केशरुआ, इटवा डुडैला गढ़चपा सरैंया ऊंचाडीह व पहाड़ी ब्लाक की पहाड़ी बुजुर्ग ग्राम पंचायत शामिल है।
इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर ने बताया कि संविदाकर्मी कुलदीप की सेवाएं समाप्त की गई हैं ,जिला पंचायत राज अधिकारी को शासन स्तर से निलंबित कर दिया गया हैं, इसके अलावा जनहित में चर्चा यह भी है कि जिला पंचायत राज अधिकारी जांच के नाम पर उगाही भी करते थे कई जगह इन्होंने ऐसा किया भी है इतना ही नही कई बार बिना अपने ऊपर के अधिकारियों को बिना बताएं जांच के नाम पर लीपापोती भी की है भ्रष्टाचार में लिप्त ग्राम पंचायत अधिकारियों और प्रधानों को क्लीन चिट दी है।