इटावा: समाजवादी पार्टी प्रमुख के अखिलेश यादव यादव के गृह जनपद में उनके ही पार्टी के बागी नेता ने बदले सदर विधानसभा सीट के चुनावी समीकरण। सपा के बागी कुलदीप गुप्ता ने इस सीट पर बसपा से टिकिट लेकर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला करवा दिया।
इटावा विधानसभा 200 सीट जिसमें 2017 में जब सपा के टिकिट पर चुनाव मैदान में उतरे कुलदीप गुप्ता ने लगभग 75600वोट प्राप्त कर मोदी लहर में भाजपा की प्रत्याशी श्रीमती सरिता भदौरिया को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन पार्टी और परिवार विघटन और शिवपाल के समर्थकों के खुले विरोध के चलते कुलदीप को गुप्ता 17 हजार से अधिक मतों से हराकर भाजपा प्रत्याशी ने हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया था।
त्रिकोणीय लड़ाई में किसके सिर होगा जीत का सेहरा
इस बार कुलदीप गुप्ता की जगह सपा ने तीन बार से पूर्व सांसद रहे राम सिंह शाक्य के पुत्र सर्वेश शाक्य को अपने प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारने की जैसे ही घोषणा की वैसे ही सपा के पूर्व प्रत्याशी ने सपा से बगावत करते हुए बसपा से चुनाव मैदान में उतरकर सपा को ही चुनौती दे डाली।
कुलदीप गुप्ता ने बसपा के टिकिट से मैदान में उतर कर समाजवादी पार्टी व भारतीय जनता पार्टी के प्रत्यशियों का जीत का समीकरण बिगड़ दिया। भाजपा से मौजूदा विधायक सरिता भदौरिया को भाजपा ने अपना प्रत्याशी फिर से बनाया तो वहीं सर्वेश शाक्य को सपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया जिसके बाद यह मुकाबला दोनों प्रत्यासियों के बीच देखने को मिल रहा था। लेकिन कुलदीप गुप्ता के चुनाव मैदान में आ जाने से अब इस सीट के समीकरण बिगड़ गए हैं। जिससे यह मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है।
तीनो प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर
राजनीति के जानकारों व आम मतदाताओं की माने तो अब सीट पर तीनों प्रत्याशी बराबरी की टक्कर पर खड़े हैं। और मुकाबला तीनों के बीच देखने को मिल रहा है। जनपद में 10 दिन बाद मतदान होना है। और इस बार का चुनावी दंगल रोचक हो चला है। पहले सपा भाजपा में कड़ी टक्कर दिखाई दे रही थी लेकिन फिलहाल अब इस सीट पर यह कहना मुश्किल है कि आखिर कौन इस सदर सीट पर अपना परचम लहराएगा। 2017 के विधानसभा चुनाव में सरिता भदौरिया को 91234 वोट मिले थे, जबकि सपा से कुलदीप गुप्ता को 73892 वोट मिले थे, तीसरे नंबर पर बीएसपी के प्रत्याशी नरेंद्र नाथ चतुर्वेदी बल्लू को 43577 वोट प्राप्त हुए थे। परंतु राजनीतिक जानकारों के अनुसार कुलदीप गुप्ता निरंतर आगे होते दिख रहे हैं