रणवीर इलाहाबादिया और समय रैना के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में FIR दर्ज, महिला आयोग ने तलब किया

महाराष्ट्र पुलिस ने रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना और अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की
महाराष्ट्र पुलिस ने यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया और समय रैना सहित अन्य इंटरनेट हस्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की है। यह मामला उनके द्वारा ‘India’s Got Latent’ शो के दौरान की गई विवादित टिप्पणियों से जुड़ा हुआ है। इन टिप्पणियों ने सोशल मीडिया पर भारी बवाल मचाया, जिसके बाद इन पर तीव्र आलोचना शुरू हो गई।
रणवीर इलाहाबादिया द्वारा शो में की गई टिप्पणी को बहुत से दर्शकों ने आपत्तिजनक और अपमानजनक माना। समय रैना के साथ-साथ अन्य यूट्यूबरों द्वारा की गई टिप्पणियां भी विवाद का कारण बनीं, जिससे ऑनलाइन विरोध और सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना तेज हो गई।
इस विवाद के बाद, रणवीर इलाहाबादिया ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए अपने शब्दों के लिए खेद जताया। हालांकि, उनके बयान के बाद कई सांसदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और अन्य सार्वजनिक हस्तियों ने इस मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जताई, और उन्हें जवाबदेह ठहराने की मांग की।
FIR और जांच की प्रक्रिया
बुधवार को महाराष्ट्र पुलिस ने रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना, आशीष चंचलानी, अपूर्व मुखीजा और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। यह FIR उनके द्वारा किए गए विवादित टिप्पणियों के कारण दर्ज की गई है, जो India’s Got Latent शो के एक विशेष एपिसोड के दौरान की गई थीं। इन टिप्पणियों के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया और इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ने साइबर ब्रांच के जरिए शो के सभी एपिसोड की समीक्षा की।
महिला आयोग ने भी इस मामले का संज्ञान लिया और सभी यूट्यूबरों को तलब किया है। रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना और अन्य को 17 फरवरी को दिल्ली स्थित राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।
इस बीच, महाराष्ट्र की खार पुलिस ने यूट्यूबर आशीष चंचलानी का बयान दर्ज कर लिया है, जबकि समय रैना, जो फिलहाल विदेश में हैं, से संपर्क किया गया है। रणवीर इलाहाबादिया के मैनेजर से भी संपर्क किया गया है, और वह कभी भी बयान देने के लिए पेश हो सकते हैं। खार पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और BookmyShow से भी संपर्क किया जाएगा। पुलिस के अनुसार, शो पिछले साल 14 नवंबर को रिकॉर्ड किया गया था, और यूट्यूब पर अपलोड होने के बाद इसे किसी ने रविवार को इंस्टाग्राम पर शेयर किया था, जिसके बाद यह वीडियो वायरल हो गया।
महिला आयोग की सुनवाई
महिला आयोग ने इस मामले पर तत्काल प्रतिक्रिया दी है और कहा कि यह टिप्पणी महिलाओं के सम्मान के खिलाफ है, और यूट्यूबरों को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। आयोग ने सभी आरोपी यूट्यूबरों को 17 फरवरी को एनसीडब्ल्यू कार्यालय में सुनवाई के लिए बुलाया है, जहां उनके बयान लिए जाएंगे और जांच की जाएगी।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर सोशल मीडिया के प्रभाव और उसकी जिम्मेदारी को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला आगे किस दिशा में जाएगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल पुलिस और महिला आयोग द्वारा इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।