4000 किमी की यात्रा पर निकली थी फ्लाइट, बीच हवा में हुआ कुछ ऐसा, लेना पड़ा यू-टर्न, लेकिन क्यों..

भारत से अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-183 को रूस के क्रास्नोयार्स्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। यह घटना 18 जुलाई 2024 को घटी, जब विमान ने दिल्ली से उड़ान भरने के बाद लगभग 4000 किमी की यात्रा पूरी की और फिर तकनीकी कारणों से यू-टर्न लेना पड़ा। इस घटना ने न केवल यात्रियों को परेशान किया, बल्कि एयर इंडिया की उड़ान सुरक्षा और रूस के हवाई क्षेत्र के उपयोग पर भी सवाल खड़े कर दिए।
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-183, जो दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को के लिए रवाना हुई थी, ने लगभग 4000 किमी की यात्रा के बाद रूस के क्रास्नोयार्स्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आपातकालीन लैंडिंग की। विमान में 225 यात्री और 19 क्रू सदस्य सवार थे। लैंडिंग के बाद, यात्रियों को एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन में स्थानांतरित किया गया और उनकी देखभाल की गई। एयर इंडिया ने एक बयान में कहा कि विमान की कॉकपिट क्रू ने कार्गो होल्ड क्षेत्र में संभावित समस्या का पता लगाने के बाद यह निर्णय लिया।
लैंडिंग के बाद, यात्रियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर शिकायत की कि उन्हें 10 घंटे से अधिक समय तक कोई भोजन नहीं मिला। भारतीय मुद्रा स्वीकार नहीं की जा रही थी और भाषा की समस्या के कारण पानी खरीदने में भी कठिनाई हो रही थी। कुछ यात्रियों ने यह भी बताया कि उनकी दवाइयाँ और सामान विमान में ही रह गए थे।
एयर इंडिया ने एक बयान में कहा कि विमान की कॉकपिट क्रू ने कार्गो होल्ड क्षेत्र में संभावित समस्या का पता लगाने के बाद यह निर्णय लिया। एयरलाइन ने यात्रियों की देखभाल के लिए रूस में तृतीय पक्ष सहायता की व्यवस्था की और यात्रियों को सैन फ्रांसिस्को भेजने के लिए एक वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था की, इसके अलावा, भारतीय दूतावास के अधिकारी भी क्रास्नोयार्स्क एयरपोर्ट पहुंचे और यात्रियों की सहायता की।
इस घटना के बाद, अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वे स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे इस समय यह पुष्टि नहीं कर सकते कि विमान में कितने अमेरिकी नागरिक सवार थे।
यह पहली बार नहीं है जब एयर इंडिया की फ्लाइट ने रूस में आपातकालीन लैंडिंग की है। इससे पहले, 6 जून 2023 को भी दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को जाने वाली एक एयर इंडिया फ्लाइट को इंजन में तकनीकी समस्या के कारण रूस के मागादान एयरपोर्ट पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी।
यह घटना एयर इंडिया की उड़ान सुरक्षा और रूस के हवाई क्षेत्र के उपयोग पर सवाल खड़े करती है। यात्रियों की परेशानियाँ और एयरलाइन की प्रतिक्रिया इस बात की ओर इशारा करती हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक सावधानी और तैयारी की आवश्यकता है।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि लंबी दूरी की उड़ानों में तकनीकी समस्याएँ गंभीर परिणाम ला सकती हैं। एयरलाइनों को ऐसी समस्याओं के लिए पहले से तैयारी करनी चाहिए और यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोपरि रखना चाहिए।