गाजीपुर: वर्चस्व और वसूली की लड़ाई में किन्नर की हत्या, पुलिस ने 5 आरोपियों को दबोचा
गाजीपुर के नंदगंज थाना क्षेत्र में 29 दिसंबर को हुई किन्नर हर्ष उपाध्याय उर्फ गंगा की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वर्चस्व और क्षेत्र में वसूली को लेकर गंगा की हत्या को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मृतका की साथी रानी किन्नर भी शामिल है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक, पिस्टल और तमंचा भी बरामद किया है।
29 दिसंबर को गंगा किन्नर को चोचकपुर मोड़ पर उस वक्त गोली मार दी गई थी, जब वह एक कपड़े की दुकान में खरीदारी कर रही थी। हमलावरों ने दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी।
पुलिस जांच में पता चला कि गंगा किन्नर और बिट्टू किन्नर के बीच वर्चस्व और वसूली को लेकर पुरानी रंजिश चल रही थी। इसके अलावा गंगा और उसकी साथी रानी किन्नर के बीच भी आपसी अनबन थी। इन कारणों से बिट्टू किन्नर और रानी किन्नर ने मिलकर गंगा की हत्या की साजिश रची।
हत्या के लिए बिट्टू किन्नर ने अपने साथी किशन, मिथिलेश, अजय राम और एक नाबालिग के साथ मिलकर योजना बनाई। 29 दिसंबर को गंगा किन्नर की दुकान में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में रानी किन्नर, किशन, मिथिलेश, अजय राम और एक नाबालिग शामिल हैं। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हथियार और वाहन को भी बरामद कर लिया है।
हालांकि, साजिश रचने वाली मुख्य आरोपी बिट्टू किन्नर अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस घटना के बाद किन्नरों के बीच बढ़ते विवाद और वर्चस्व की लड़ाई ने एक बार फिर से समाज के इस तबके की आंतरिक समस्याओं को उजागर कर दिया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।