गाज़ीपुर टीबी रोड पर गहरी दरारें बनीं जानलेवा, हादसों का लगातार बढ़ता खतरा

Report By: आसिफ अंसारी
गाज़ीपुर जिले की एक महत्वपूर्ण सड़क टीबी रोड इन दिनों बेहद खतरनाक हालात में है। यह सड़क गाज़ीपुर के ताड़ीघाट से शुरू होकर बारा होते हुए बिहार राज्य तक जाती है। यह स्टेट हाइवे लगभग 38 किलोमीटर लंबा है और कामाख्या धाम व गहमर जैसे धार्मिक और प्रमुख स्थानों तक जाने का मुख्य मार्ग भी है।
करीब छह साल पहले इस सड़क को सीसी (सीमेंट कंक्रीट) तकनीक से बनाया गया था। इसके निर्माण में लगभग ₹240 करोड़ रुपये की लागत आई थी। उस समय इस सड़क को मजबूत और टिकाऊ माना गया था, लेकिन अब इसकी हालत देखकर लोग हैरान हैं। सड़क के बीचोंबीच कई जगहों पर गहरी दरारें पड़ चुकी हैं, जिससे यातायात में बहुत परेशानी हो रही है।
सबसे ज्यादा खतरा बाइक और स्कूटी जैसे दोपहिया वाहन चालकों को है। दरारें इतनी गहरी हैं कि थोड़ी सी असावधानी से बाइक फिसल जाती है और लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन दरारों की वजह से कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कुछ लोगों की जान भी जा चुकी है।
रोजाना इस सड़क से हजारों लोग आते-जाते हैं। यह मार्ग गाज़ीपुर से बिहार जाने वाले यात्रियों के लिए एक मुख्य रास्ता है। कामाख्या धाम आने वाले श्रद्धालु भी इसी रास्ते से गुजरते हैं। ऐसे में इस सड़क की खराब स्थिति न सिर्फ आम लोगों के लिए बल्कि धार्मिक यात्रियों के लिए भी खतरा बन चुकी है।
स्थानीय निवासियों और राहगीरों का आरोप है कि सड़क की खस्ताहालत को लेकर कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। मरम्मत का कार्य न तो शुरू हुआ है और न ही इसकी कोई तैयारी दिखाई दे रही है।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस सड़क की मरम्मत जल्द से जल्द करवाई जाए ताकि आए दिन होने वाले हादसों को रोका जा सके। साथ ही, भविष्य में ऐसी स्थिति न हो, इसके लिए निर्माण गुणवत्ता की जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी की जाए।
इस प्रकार की लापरवाही ना केवल आम जनता की जान को खतरे में डालती है, बल्कि सरकारी धन के दुरुपयोग का भी बड़ा उदाहरण है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन कब तक जागता है और कब इस सड़क को फिर से सुरक्षित और सुचारु बनाने का कार्य शुरू होता है।