गाजीपुर का चर्चित ‘वसूली बाबू’: बिजली विभाग में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का मामला
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Report By:आसिफ अंसारी
गाजीपुर जिले के विद्युत वितरण खंड नगर में एक ‘वसूली बाबू’ का खौफ तेजी से फैल रहा है। इस बाबू के खिलाफ आरोप हैं कि वह विभागीय अफसरों की मदद से बिजली उपभोक्ताओं से अवैध वसूली करता है। जानकारों के मुताबिक, उसने कुछ ही वर्षों में नगर और अपने गांव में करोड़ों की अचल संपत्ति अर्जित कर ली है, जो कि उसके भ्रष्टाचार की गवाही देती है। अब इसे ‘वसूली बाबू’ के नाम से जाना जाता है, और यह नाम विभागीय कर्मचारियों के बीच भी चर्चित हो चुका है।
गाजीपुर में कार्यरत विद्युत विभाग का यह बाबू, जो मृतक आश्रित पर नौकरी पाए कुछ ही साल पहले कार्य में जुटा था, अब विभाग की पूरी संरचना में एक ताकतवर शख्सियत बन चुका है। बताया जा रहा है कि वह विभागीय अधिकारीयों के समर्थन से काम करता है, जो उसे अपनी पंक्ति में मजबूती से स्थापित रखते हैं। जब उपभोक्ता उसके पास अपनी समस्याओं को लेकर पहुँचते हैं, तो वह कुछ को तुरन्त हल कर देता है, लेकिन यदि कोई उसे ‘चढ़ावा’ नहीं देता, तो वह उन्हें चक्कर दर चक्कर लगवाता है और अंत में ही काम करता है।
उपभोक्ताओं की शिकायतों के अनुसार, इस बाबू ने अपनी सेटिंग-गेटिंग के दम पर विभाग के भीतर एक मजबूत नेटवर्क तैयार किया है। वह बिजली बिल बकाए से लेकर डिविजन के अन्य कामों के लिए भी उगाही करता है। जो लोग उसे मोटी रकम देते हैं, उनका काम चुटकियों में हो जाता है, लेकिन जो विरोध करते हैं, उनका काम लंबे समय तक लटक जाता है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस बाबू ने पिछले तीन वर्षों में करोड़ों रुपये की वसूली की है और जिले भर में कई संपत्तियां खरीदी हैं।
अंतरिक्ष में अपनी धाक जमाने के लिए, वसूली बाबू ने एक बार विभागीय अधिकारियों से संपर्क कर अपनी कुर्सी को फिर से हासिल किया, जब उसे पहले स्थानांतरित किया गया था। इससे उसकी वसूली की प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ा।
इसके अलावा, सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वसूली बाबू ने विभाग के एक उच्च अधिकारी के साथ मिलकर डेढ़ लाख रुपये का सौदा किया था, ताकि वह अपनी कुर्सी पर बने रहे। इसका एक आडियो क्लीप भी विभागीय कर्मचारियों के पास मौजूद है, जो मामले की गंभीरता को उजागर करता है।
गाजीपुर के विद्युत विभाग में ‘वसूली बाबू’ के कारनामे तेजी से उजागर हो रहे हैं। विभागीय अधिकारियों के साथ उसकी मिलीभगत और अवैध वसूली की गतिविधियाँ अब आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन चुकी हैं। विभाग को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि इस भ्रष्टाचार को रोका जा सके और उपभोक्ताओं को राहत मिल सके। फिलहाल, मामले की जांच जारी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
अगर आप भी ‘वसूली बाबू’ या अन्य भ्रष्टाचार से संबंधित कोई जानकारी रखते हैं, तो कृपया हमें संपर्क करें। आपकी जानकारी से हम सही दिशा में कार्रवाई कर सकते हैं।