भारत माता के जयकारों से गूंजा गाज़ीपुर रेलवे स्टेशन, फौजियों का हुआ भव्य स्वागत

रिपोर्टर: आसिफ अंसारी
गाज़ीपुर: देश की सेवा में सदैव तत्पर रहने वाले हमारे वीर जवानों का स्वागत करना अपने आप में गौरव की बात होती है। गाज़ीपुर रेलवे स्टेशन पर शनिवार को एक ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला जब गोहाटी जा रहे भारतीय सेना के जवानों का भव्य स्वागत ‘भारत माता की जय’ और ‘वन्दे मातरम्’ के नारों के बीच हुआ। इस पूरे आयोजन का नेतृत्व अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के कार्यकारी जिलाध्यक्ष श्री रामज्ञान सिंह यादव ने किया।
इस अवसर पर यादव महासभा के जिलाध्यक्ष श्री सुजीत यादव, प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष श्री नागेंद्र यादव ‘जोगी जी’, एवं समाज के कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। आयोजन स्थल पर माला, फूलों, बुके और लंच पैकेट के साथ जवानों का स्वागत कर सभी ने एक भावनात्मक और सम्मानजनक माहौल बनाया।
जवानों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने कहा:
हमारे देश की सीमाओं की रक्षा में तैनात ये जवान ही हमारे असली हीरो हैं। उनकी निष्ठावान सेवा और बलिदान के कारण ही हम अपने घरों में चैन की नींद सो पाते हैं। इनका सम्मान करना हम सबका कर्तव्य है।”
कार्यक्रम में उपस्थित सेना के मेजर साहब ने भी इस भावनात्मक सम्मान के लिए आयोजनकर्ताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि “गाज़ीपुर की जनता द्वारा मिला यह स्नेह और सम्मान हमेशा हमारे दिल में रहेगा।”
कार्यकारी जिलाध्यक्ष श्री रामज्ञान सिंह यादव ने अपने जोशीले संबोधन में कहा:
ऐतिहासिक धरती गाज़ीपुर पर सैनिकों का यह अभिनंदन कार्यक्रम हम सभी को नई ऊर्जा देता है। हमारे पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारत सरकार के पूर्व रक्षा मंत्री स्वर्गीय श्री मुलायम सिंह यादव जी ने कारगिल युद्ध के दौरान सैनिकों को जो सम्मान दिलाया, वह आज भी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
इस आयोजन में कई अन्य सम्माननीय अतिथियों की उपस्थिति रही, जिनमें जिला पंचायत सदस्य महेश यादव, शिवपूजन यादव ‘पांचू’, रणजीत यादव, प्रधान जनार्दन यादव, हवलदार लालजी यादव, फौजी सुरेन्द्र यादव, अभय यादव, उमा यादव, मुलायम यादव, दीपक यादव, धिरेन्द्र कुमार ‘धिरू’, बालिस्टर यादव, अजय यादव ‘पुससु’ आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
जवानों को सैकड़ों की संख्या में लंच पैकेट वितरित किए गए और सभी को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। आयोजन में देशभक्ति के गीत, जयकारे और देश के लिए समर्पित भावनाएं ह्रदय को छूने वाली थीं।