राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बखोरापुर काली मंदिर में की आरती, दिव्यांगजनों को बांटी सहायता सामग्री

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
भोजपुर: बिहार के भोजपुर जिले स्थित ऐतिहासिक बखोरापुर काली मंदिर रविवार को एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना, जब राज्यपाल महामहिम श्री आरिफ मोहम्मद खान ने मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना कर माता रानी की आरती की। राज्यपाल एक गैर-सरकारी संस्था (NGO) द्वारा आयोजित सामाजिक कल्याण कार्यक्रम में शिरकत करने भोजपुर पहुंचे थे। इस अवसर पर मंदिर परिसर में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
राज्यपाल के मंदिर पहुंचते ही वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना की गई। महामहिम ने माता काली की प्रतिमा के समक्ष गहरी आस्था के साथ आरती की और पूरे विधि-विधान से पूजन किया। मंदिर ट्रस्ट की ओर से अध्यक्ष श्री बी. सिंह एवं श्री सुनील सिंह गोपाल ने राज्यपाल को माता रानी की चुनरी एवं मूमेंटो प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया।
मंच पर मंदिर ट्रस्ट के मुख्य सलाहकार श्री लक्ष्मण तिवारी एवं NGO ‘आसरा भोजपुर’ की डायरेक्टर श्रीमती दीप्ति राघव भी विशेष रूप से उपस्थित रहीं। राष्ट्रगान की ध्वनि के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मंदिर परिसर में इस दौरान श्रद्धालुओं एवं स्थानीय नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा ने जानकारी दी कि कार्यक्रम को लेकर मंदिर परिसर में विशेष तैयारियां की गई थीं और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम भी किए गए थे।
दिव्यांगजनों को किया गया सम्मानित, सहायता सामग्री का वितरण
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज के वंचित वर्ग, विशेषकर दिव्यांगजनों के सहयोग हेतु सहायता सामग्री का वितरण था। इस विशेष अवसर पर 10 बैटरी चालित गाड़ियां, 300 व्हीलचेयर, छड़ी, एवं अन्य चिकित्सीय उपकरण वितरित किए गए। कुल 800 लाभार्थियों को जरूरी सामग्री देकर उन्हें सम्मानित किया गया।
राज्यपाल स्वयं मंच से नीचे उतरकर दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों से व्यक्तिगत रूप से मिले और उन्हें सामग्री वितरित की। राज्यपाल का यह विनम्र व्यवहार लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया। उपस्थित जनसमूह ने इस मानवता से परिपूर्ण दृश्य को अत्यंत भावुक होकर देखा।
राज्यपाल का संबोधन: “मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है”
इस अवसर पर संबोधित करते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा,
मानव की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। धर्म ही मनुष्य और पशु में अंतर करता है। जितने भी जीव हैं, उनके प्रति स्नेह एवं सहानुभूति होनी चाहिए। परोपकार से बड़ा कोई पुण्य नहीं है। जो व्यक्ति दूसरों के लिए जीता है, वही वास्तव में जीवित है।”
उन्होंने बखोरापुर काली मंदिर की भव्यता एवं आस्था की सराहना करते हुए कहा कि यह मंदिर न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश-विदेश में श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। उन्होंने कहा,
मेरा परम सौभाग्य है कि मुझे माता रानी के दर्शन करने और इस ऐतिहासिक स्थल पर आने का अवसर मिला।”
इस कार्यक्रम में रवि शंकर सिंह, अखिलेश सिंह, कर्नल राणा प्रताप सिंह, सत्येंद्र सिंह, बच्चा बाबा, नीरज कुमार साह समेत बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। सभी ने राज्यपाल के इस मानवीय प्रयास की सराहना की और मंदिर परिसर में उनके आगमन को ऐतिहासिक क्षण बताया।