मुहम्मदाबाद के नोनहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बौद्ध विहार बुद्ध नगर कठवा मोड़ पर आज 21 नवंबर को ऐतिहासिक धम्म चारिक पद यात्रा का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह पद यात्रा महान दार्शनिक और मानवता के प्रेरणा स्रोत, तथागत गौतम बुद्ध के प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ से शुरू होकर कुशीनगर तक जाएगी।
इस पद यात्रा का नेतृत्व अंतरराष्ट्रीय बौद्ध भिक्षु भंते चंद्रमा थेरो कर रहे हैं। उनके साथ लगभग 150 बौद्ध भिक्षु और सैकड़ों उपासक-उपासिकाएं जुड़ी हुई हैं। यात्रा का मुख्य उद्देश्य धम्म के संदेश को फैलाना, सामाजिक सद्भावना और शांति का प्रचार करना है। यह यात्रा 16 नवंबर को सारनाथ से प्रारंभ हुई थी और 8 दिसंबर को कुशीनगर पहुंचकर समाप्त होगी।
बौद्ध भिक्षुओं का समूह आज सुबह 11 बजे बौद्ध विहार बुद्ध नगर कठवा मोड़ पहुंचा, जहां क्षेत्रीय नागरिकों ने भव्य स्वागत किया। लोगों ने पुष्प वर्षा और जयघोष के साथ भिक्षुओं का अभिनंदन किया। इसके बाद भोजनदान का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
भोजनदान के उपरांत बुद्ध देशना का कार्यक्रम हुआ। भंते चंद्रमा थेरो ने भगवान बुद्ध के उपदेशों और धम्म के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने अहिंसा, करुणा और मैत्री का संदेश देते हुए कहा कि भगवान बुद्ध के विचार आज भी समाज को सही दिशा देने में सक्षम हैं।
कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु और क्षेत्रीय लोग उपस्थित रहे। इस ऐतिहासिक आयोजन ने क्षेत्र में धार्मिक चेतना और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया।
धम्म चारिक पद यात्रा न केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह सामाजिक एकता और मानवता के लिए प्रेरणादायक पहल है। इस यात्रा ने लोगों को भगवान बुद्ध के संदेशों से जोड़ने और शांति का मार्ग दिखाने का कार्य किया है।
मुहम्मदाबाद का यह ऐतिहासिक कार्यक्रम बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार और समाज में सकारात्मकता लाने का एक अद्भुत उदाहरण बना। इस आयोजन ने क्षेत्रीय नागरिकों के बीच गहरी छाप छोड़ी और भगवान बुद्ध के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया।