GTRI रिपोर्ट: अमेरिका में टैरिफ के बावजूद सस्ते बिकेंगे मेड-इन-इंडिया iPhone, मुनाफे में रहेगा Apple

Report By: टेक डेस्क
नई दिल्ली:भारत में निर्मित iPhone अब अमेरिकी बाजार में पहले से भी अधिक प्रतिस्पर्धी कीमत पर बेचे जा सकेंगे, भले ही अमेरिका ने चीन और अन्य देशों से आयात पर टैरिफ (शुल्क) बढ़ा दिए हैं। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की नई रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बनी Apple की डिवाइसेज़ अमेरिका को बिना अतिरिक्त टैरिफ के निर्यात की जा सकती हैं, जिससे न केवल iPhone की कीमतें स्थिर रह सकती हैं, बल्कि कंपनी को भी लाभ में इज़ाफा होने की संभावना है।
GTRI रिपोर्ट की मुख्य बातें:
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने चीन सहित कई एशियाई देशों से आयातित इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर टैरिफ लागू कर दिए हैं। लेकिन भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौतों और रणनीतिक साझेदारी के चलते, भारत से अमेरिका को निर्यात होने वाले इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर इन टैरिफ का प्रभाव नहीं पड़ता।
GTRI के सह-संस्थापक अजय श्रीवास्तव के अनुसार, “Apple के लिए भारत अब सिर्फ एक विनिर्माण हब नहीं रहा, बल्कि एक रणनीतिक निर्यात केंद्र भी बनता जा रहा है। मेड-इन-इंडिया iPhones को अमेरिका में बेचने से कंपनी को टैरिफ से बचाव मिलेगा, जिससे कीमतों में स्थिरता बनी रहेगी और प्रतिस्पर्धा भी।”
भारत में मैन्युफैक्चरिंग का बढ़ता दबदबा
पिछले कुछ वर्षों में Apple ने भारत में अपने उत्पादन को तेजी से बढ़ाया है। Foxconn, Pegatron और Wistron जैसे बड़े कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स भारत में iPhone का निर्माण कर रहे हैं। 2024 में Apple ने भारत से लगभग 14 अरब डॉलर मूल्य के iPhones का निर्यात किया था, जो चीन से उसके निर्यात का लगभग 20% था।
अमेरिकी नीति में बदलाव Apple के पक्ष में
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति प्रशासन ने चीन से आने वाले कई टेक्नोलॉजी उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की थी, जिनमें स्मार्टफोन, कंप्यूटर चिप्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद शामिल हैं। यह कदम चीन पर रणनीतिक दबाव बनाने के उद्देश्य से उठाया गया था। वहीं, भारत को इससे अप्रत्यक्ष रूप से लाभ हो रहा है क्योंकि अमेरिकी कंपनियां अब वैकल्पिक आपूर्ति स्रोतों की तलाश में हैं।
उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ
भारत से निर्यात होने वाले iPhone पर टैरिफ न लगने के कारण Apple को लागत में राहत मिलेगी, जिससे वह अमेरिकी बाजार में अपने iPhones की कीमतें कम या स्थिर रख पाएगा। इससे अमेरिकी उपभोक्ताओं को चीन में बने iPhone की तुलना में भारत में बने iPhone सस्ते पड़ सकते हैं, भले ही डिवाइस एक जैसी हों।
भारत के लिए एक बड़ा अवसर
विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह ट्रेंड जारी रहता है, तो भारत आने वाले वर्षों में स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात का एक प्रमुख केंद्र बन सकता है। साथ ही, भारत में इससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे और देश के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में तेज़ी आएगी।