लक्षणपूर गांव में लगाया गया स्वास्थ्य जांच शिविर, ग्रामीणों को मिली बड़ी राहत

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा बिहार : लक्षणपूर गांव में ग्रामीणों के लिए एक विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) महाराजा महाविद्यालय, आरा की इकाई और ‘स्माइल हाउस’ संस्था के संयुक्त प्रयास से लगाया गया था। इस शिविर में खास तौर पर आंखों और शरीर से जुड़ी कई स्वास्थ्य समस्याओं की जांच की गई। गांव के सैकड़ों लोगों ने इस स्वास्थ्य जांच शिविर में भाग लिया और मुफ्त जांच व परामर्श का लाभ उठाया।
शिविर का नेतृत्व महाराजा महाविद्यालय के वरिष्ठ स्वयंसेवक नीतीश कुमार ने किया। वहीं, ‘स्माइल हाउस’ संस्था की संस्थापक नेहा कुमारी ने बताया कि उनकी संस्था का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ, समृद्ध और जागरूक बनाना है। उन्होंने कहा कि गांवों में रह रहे लोगों को सही समय पर इलाज और स्वास्थ्य जांच की सुविधा मिलनी चाहिए, ताकि वे बीमारियों से बच सकें और एक बेहतर जीवन जी सकें।
नीतीश कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का मकसद ही यही है कि समाज के जरूरतमंद वर्ग तक सेवा और सहयोग की भावना के साथ पहुंचा जाए। इस शिविर के माध्यम से न केवल लोगों की जांच की गई, बल्कि उन्हें यह भी बताया गया कि सरकार किन-किन योजनाओं के माध्यम से आम जनता की मदद कर रही है। लोगों को उनके अधिकारों और सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, जिससे वे भविष्य में इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।
गांव के लोगों ने इस शिविर की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम गांवों के लिए बहुत उपयोगी होते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं और जिनके पास स्वास्थ्य जांच के लिए बड़े शहरों तक जाने की सुविधा नहीं होती। ग्रामीणों ने मांग की कि इस प्रकार के शिविर समय-समय पर लगाए जाएं ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके।
इस अवसर पर कार्यक्रम में शामिल प्रमुख लोगों में नेहा कुमारी, बबीता देवी, अजित सिंह, कुमार शरदिंदु, सूरज कुमार, मोहम्मद इम्तियाज अहमद, डॉ. नूर आलम, प्रदीप कुमार और शाहनवाज अली मौजूद थे।
वहीं, शिविर को सफल बनाने में सहयोग करने वाले स्वयंसेवकों में दल नायक नीतीश कुमार सिंह के साथ आकाश कुमार, परवीन कुमार, अंकित ठाकुर, अमित कुमार, अविनाश कुमार, अंकित कुमार, रणबीर और करण सिन्हा ने सक्रिय भूमिका निभाई।
यह स्वास्थ्य जांच शिविर न केवल ग्रामीणों के लिए स्वास्थ्य लाभ लेकर आया, बल्कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और सेवा की भावना को भी मजबूत करने का काम किया।