रोशनाबाद, हरिद्वार में धनगर समाज का भव्य महासम्मेलन सम्पन्न, देवी अहिल्याबाई होलकर जी के 300वें जन्मोत्सव पर हुआ ऐतिहासिक आयोजन

Report By: उत्तराखंड डेस्क


हरिद्वार:ऑल इंडिया धनगर समाज महासंघ उत्तराखंड द्वारा हरिद्वार जनपद के रोशनाबाद क्षेत्र में एक भव्य धनगर (गड़रिया) महासम्मेलन का आयोजन किया गया। यह आयोजन लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर आयोजित किया गया, जिसमें उत्तराखंड के विभिन्न जिलों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों से भी भारी संख्या में समाजजन उपस्थित हुए।
इस अवसर पर देवी अहिल्याबाई होलकर जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई एवं उनके अद्भुत जीवन व कृतित्व को याद किया गया। सभा का आरंभ समाज की वरिष्ठ महिलाओं द्वारा मंगलाचरण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ।

देवी अहिल्याबाई होलकर: न्याय, सेवा और सुशासन की प्रतीक
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे ना केवल एक कुशल प्रशासिका थीं, बल्कि उन्होंने सामाजिक समरसता, महिला सशक्तिकरण और धार्मिक सहिष्णुता के क्षेत्रों में भी अनुकरणीय कार्य किए। उनके शासनकाल को भारतीय इतिहास में ‘सुशासन का आदर्श उदाहरण’ माना जाता है। उन्होंने बनारस, गया, सोमनाथ, रामेश्वरम समेत अनेक धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण कराया और यात्रियों के लिए सुविधाओं की व्यवस्था की।

धनगर समाज की एकता और संगठन की मिसाल
महासम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य समाज में एकता, जागरूकता और संगठन की भावना को सशक्त बनाना रहा। कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने समाज की समस्याओं, सरकारी योजनाओं का लाभ, शिक्षा और युवाओं की भागीदारी जैसे विषयों पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों एवं युवाओं को सम्मानित भी किया गया, जिन्होंने समाज के upliftment में विशेष योगदान दिया है।

भविष्य की योजनाओं पर चर्चा
महासम्मेलन में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि धनगर समाज को उसकी जनसंख्या के अनुसार सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक प्रतिनिधित्व दिया जाए। साथ ही यह भी मांग उठी कि समाज की पुरातन परंपराओं और संस्कृति को संरक्षित करने के लिए एक ‘धनगर सांस्कृतिक केंद्र’ की स्थापना होनी चाहिए।

भव्य आयोजन, अनुकरणीय व्यवस्था
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भी समाज की गौरवशाली परंपराओं को जीवंत किया गया। पारंपरिक लोकगीतों, वाद्य यंत्रों और नृत्य से सभा स्थल गूंज उठा। आयोजन स्थल को पारंपरिक कला और झांकियों से सजाया गया, जिसमें अहिल्याबाई होलकर जी के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण प्रसंगों को चित्रित किया गया।

उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में रहे शामिल:
ऑल इंडिया धनगर समाज महासंघ के राष्ट्रीय पदाधिकारी
उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से आए समाज के प्रमुख नेता और प्रतिनिधि
सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, महिला संगठन की सदस्याएं
कार्यक्रम का समापन सामूहिक संकल्प और राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें सभी उपस्थितजनों ने समाज की प्रगति और राष्ट्र निर्माण में भागीदारी का संकल्प लिया।
यह महासम्मेलन न केवल समाज के लिए प्रेरणा बना, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि यदि समाज संगठित हो जाए, तो हर परिवर्तन संभव है। लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जयंती पर यह आयोजन उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि के रूप में याद किया जाएगा।

Related Articles

Back to top button