ये लक्षण दिखें तो समझ जाएं दिल  एंजियोप्लास्टी कराना हो गया बेहद जरूरी, तुरंत जाएं डॉक्टर के पास

Report By: सेहत की बात


आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण दिल की बीमारियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। खासतौर पर हृदय धमनियों में रुकावट यानी कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़ अब बेहद आम हो गई है। अगर समय रहते इसका इलाज न हो तो यह जानलेवा साबित हो सकती है। एंजियोप्लास्टी एक ऐसा मेडिकल प्रोसीजर है, जिससे धमनियों में जमी हुई रुकावट को खोला जाता है और रक्त संचार को सामान्य किया जाता है। लेकिन सवाल यह है कि कब यह प्रक्रिया कराना जरूरी हो जाता है?
यहाँ हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे महत्वपूर्ण लक्षण, जिन्हें हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। अगर ये लक्षण लगातार दिखें तो बिना देरी के किसी कार्डियोलॉजिस्ट से संपर्क करें — क्यूंकि ये संकेत एंजियोप्लास्टी की आवश्यकता को दर्शाते हैं।

1. सीने में लगातार या बार-बार दर्द (Angina)
अगर आपको छाती के बीचोंबीच दबाव जैसा महसूस हो रहा है, जलन हो रही है या ऐसा लग रहा है कि कुछ भारी चीज सीने पर रखी है — तो ये दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का साफ संकेत हो सकता है। यह दर्द अक्सर शारीरिक मेहनत करने या सीढ़ियां चढ़ने के दौरान बढ़ता है और आराम करने पर कम हो जाता है।

2. सांस लेने में तकलीफ (Shortness of Breath)
ब्लॉकेज होने की स्थिति में हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, जिससे सांस फूलने की समस्या होती है। अगर बिना किसी भारी काम के भी आपकी सांस फूल रही है, तो इसे हल्के में न लें। यह दिल के सही ढंग से काम न करने का संकेत हो सकता है।



3. अत्यधिक थकान और कमजोरी
जब दिल की धमनियाँ संकरी हो जाती हैं तो पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह बाधित होता है। इससे शरीर में थकान और सुस्ती बनी रहती है, खासकर तब जब आप पहले इतनी जल्दी थकते नहीं थे।

4. हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ में दर्द
कई बार दिल की बीमारी का दर्द सिर्फ छाती में नहीं होता। अगर आपको गर्दन, जबड़े, कंधे, पीठ या बांहों (खासकर बाएं हाथ) में बार-बार दर्द या झुनझुनी महसूस हो रही है, तो ये भी दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है।


5. बेहोशी या चक्कर आना
दिल के सही ढंग से काम न करने की स्थिति में मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, जिससे चक्कर आ सकते हैं या व्यक्ति बेहोश भी हो सकता है। यह स्थिति बेहद गंभीर होती है और फौरन चिकित्सकीय मदद की ज़रूरत होती है।


6. हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज का पुराना इतिहास
यदि आपको हाई बीपी, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियां लंबे समय से हैं, तो ये आपकी धमनियों में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ा सकती हैं। ऐसे मरीजों को समय-समय पर हार्ट चेकअप करवाना चाहिए।

एंजियोप्लास्टी क्यों है जरूरी?
जब हार्ट की एक या एक से अधिक धमनियों में 70% से ज्यादा रुकावट आ जाती है और लक्षण गंभीर हो जाते हैं, तो दवाएं असर नहीं करतीं। ऐसे में एंजियोप्लास्टी की जाती है, जिसमें ब्लॉकेज को हटाकर स्टेंट डाला जाता है, जिससे रक्त प्रवाह सामान्य हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा काफी हद तक टल जाता है।

समय पर इलाज से बच सकती है जान
कई बार लोग इन लक्षणों को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जो आगे चलकर हार्ट अटैक या हार्ट फेलियर का कारण बनता है। इसलिए अगर ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत किसी अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। ECG, ईकोकार्डियोग्राफी और एंजियोग्राफी जैसे टेस्ट से बीमारी की पुष्टि की जा सकती है।

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