कलयुग में संकटमोचक हनुमान: भजन और भक्ति से मिलते हैं सभी कष्टों से छुटकारा अयोध्या नाथ स्वामी

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
आरा: बड़ा मठिया परिसर एक बार फिर आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति की भावना से सराबोर हो उठा जब श्री अयोध्या नाथ स्वामी जी महाराज ने अंतिम बड़े मंगलवार के अवसर पर आयोजित भव्य भंडारे और भजन-कीर्तन समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि कलियुग के देवता श्री हनुमान जी हैं और उनका भजन करने से जीवन की समस्त समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।
स्वामी जी ने कहा कि संकटों से घिरे मनुष्य के लिए हनुमान चालीसा का पाठ एक अमोघ औषधि के समान है। चाहे कितनी भी बड़ी परेशानी हो, यदि श्रद्धा और विश्वास के साथ हनुमान चालीसा का नित्य पाठ किया जाए, तो समस्त दुःख, रोग और दोष समाप्त हो जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हनुमान जी के दर्शन मात्र से पापों का नाश हो जाता है और मन, वचन, कर्म शुद्ध होते हैं।
भव्य आयोजन की झलक
श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज के पावन सानिध्य में आयोजित इस विशाल धार्मिक आयोजन में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। सुबह से ही श्री अयोध्या नाथ स्वामी जी महाराज के निर्देशन में भजन-कीर्तन का क्रम शुरू हो गया था, जो भक्तों के भाव से पूरे परिसर को भक्तिरस में डुबोता रहा।
कार्यक्रम के तहत सुबह 10 बजे से लेकर रात्रि 8 बजे तक विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन में महिलाओं, पुरुषों, बच्चों और वृद्धों सभी की उत्साहपूर्वक भागीदारी देखी गई।
श्रद्धालुओं की भावनाएं
श्रद्धालुजन न केवल भंडारे में शामिल हुए, बल्कि निवर्तमान महंत रामकिंकर दास जी महाराज के दर्शन कर उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया। लोगों ने कहा कि बड़े मंगलवार को श्री हनुमान जी के दर्शन और पूजन से उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और वे इस दिन को विशेष रूप से हनुमान जी को समर्पित करते हैं।
आयोजकों की मेहनत
इस आयोजन को सफल बनाने में मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि यह अंतिम बड़ा मंगलवार था और इसलिए विशेष रूप से श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उमड़ी। उन्होंने कहा कि व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए दर्जनों स्वयंसेवकों की टीम दिन-रात सक्रिय रही।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे — दीपक तिवारी, राहुल सिंह, विजय भारती, सोनू राय, सरवन जलान, लल्लू भाई, आलोक बेड़िया, मल्लू उपाध्याय, पिरौटा मुखिया प्रतिनिधि गुड्डू राय, सत्यम सिंह और अन्य अनेक श्रद्धालु।