दो परिवारों में जमी बर्फ पिघली, परिवार परामर्श केन्द्र की पहल लाई रंग
आपसी समझ और संवाद से सुलझे वैवाहिक विवाद, एसपी बाराबंकी ने की पहल की सराहना

Report By:श्रवण कुमार यादव, बाराबंकी
जनपद बाराबंकी में पुलिस प्रशासन द्वारा वैवाहिक विवादों के शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण निस्तारण की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। समाज में टूटते रिश्तों को जोड़ने और बिखरते परिवारों को फिर से एकजुट करने की इस पहल को एक बार फिर सफलता मिली, जब शुक्रवार को परिवार परामर्श केन्द्र, बाराबंकी में दो ऐसे दंपत्तियों के बीच सुलह कराई गई, जो लंबे समय से आपसी मतभेदों के चलते अलग रह रहे थे।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन प्रभारी उपनिरीक्षक साधना सिंह ने दोनों मामलों की गंभीरता से काउंसलिंग की। परामर्श केन्द्र पर उपस्थित दोनों दंपत्ति शुरू में तो भावनात्मक रूप से आहत और हिचकिचाहट में नजर आए, लेकिन जैसे-जैसे संवाद का सिलसिला बढ़ा, पुराने गिले-शिकवे खुलकर सामने आए और समाधान की राह बनती गई।
पहला मामला:
पहले मामले में पति-पत्नी के बीच आपसी अविश्वास, घरेलू कलह और पारिवारिक हस्तक्षेप के चलते रिश्ते में खटास आ गई थी। दोनों पक्षों की आपसी बातचीत बंद हो चुकी थी और तलाक की नौबत आ गई थी। परामर्श के दौरान दोनों ने अपनी-अपनी बातें खुलकर रखीं, जिसके बाद समझदारी और आपसी सहमति से उन्होंने एक-दूसरे को दूसरा मौका देने का निर्णय लिया। पति ने पत्नी की भावनाओं को समझते हुए उसे भरोसा दिलाया कि आगे से किसी भी तरह का विवाद नहीं होगा, जबकि पत्नी ने भी रिश्ते को नया रूप देने की बात कही।
दूसरा मामला:
दूसरे दंपत्ति के बीच विवाद का कारण आर्थिक असंतुलन और आपसी अपेक्षाओं में अंतर था। दोनों ही एक-दूसरे की जिम्मेदारियों को समझने में विफल हो रहे थे, जिससे दूरी बढ़ती जा रही थी। उपनिरीक्षक साधना सिंह ने दोनों को रिश्तों में संवाद की अहमियत समझाई। धीरे-धीरे माहौल सहज हुआ और दोनों ने फिर से साथ रहने का निर्णय लिया।
सकारात्मक पहल, सराहनीय परिणाम
इन दोनों मामलों में सबसे अहम बात यह रही कि किसी भी कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी। केवल संवाद, समझदारी और परामर्श से समस्याओं का समाधान निकल आया। इससे न सिर्फ दंपत्तियों को राहत मिली, बल्कि उनके परिवारों को भी सुखद समाधान मिला।
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “परिवार परामर्श केन्द्र समाज में एक मजबूत कड़ी बनता जा रहा है, जो टूटते रिश्तों को जोड़ने का काम कर रहा है। ऐसे केन्द्र न सिर्फ घरेलू शांति स्थापित करते हैं, बल्कि समाज में सौहार्द और सामंजस्य बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”