आक्रमण की तैयारी! पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने शुरू किया युद्धाभ्यास

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हो गई हैं। इस हमले के तुरंत बाद भारतीय वायुसेना ने भी अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। अब खबर आ रही है कि वायुसेना ने एक व्यापक युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है, जिसका उद्देश्य संभावित खतरों से निपटने के लिए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई सुनिश्चित करना है।
क्या हुआ था पहलगाम में?
बीते सप्ताह पहलगाम में सुरक्षा बलों पर हुए आतंकी हमले में दो जवान शहीद हो गए थे, जबकि कई घायल हुए। इस हमले की जिम्मेदारी एक आतंकी संगठन ने ली है। इसके बाद केंद्र सरकार और सेना ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने का फैसला किया।
वायुसेना का ‘ऑपरेशन अलर्ट’
सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन अलर्ट’ नामक एक विशेष युद्धाभ्यास शुरू किया है। यह अभ्यास उत्तर भारत के संवेदनशील इलाकों में किया जा रहा है, जिसमें अत्याधुनिक फाइटर जेट्स, ड्रोन, हेलीकॉप्टर्स और एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है।
वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह अभ्यास हमारी तैयारियों को परखने और युद्ध की स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने की क्षमता को और मजबूत करने के लिए किया जा रहा है। हमारी निगाहें दुश्मन की हर गतिविधि पर हैं।”
साझा ऑपरेशन की तैयारी
रक्षा सूत्रों का कहना है कि यह युद्धाभ्यास केवल वायुसेना तक सीमित नहीं है। इसमें थल सेना और नौसेना के विशेष दस्ते भी शामिल हैं। यह एक ‘ट्राई-सर्विस’ अभ्यास है, जिसका मुख्य उद्देश्य तीनों सेनाओं के बीच तालमेल को और मजबूत करना है।
ड्रोन और निगरानी प्रणाली की बड़ी भूमिका
इस अभ्यास में ड्रोन और रडार निगरानी प्रणाली का विशेष महत्व है। सीमावर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है और संदिग्ध गतिविधियों पर 24×7 नजर रखी जा रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और कड़ा संदेश
रक्षा मंत्री ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “हमारे सैनिकों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। भारत हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देगा।” वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि यह युद्धाभ्यास भारत की सैन्य रणनीति का एक अहम हिस्सा है, जो दुश्मनों को साफ संदेश देता है कि भारत किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है।