इंद्रेश कुमार का कांग्रेस पर तंज: कहा- UNO में सरेंडर नहीं करती तो POK नहीं बनता, भारत करेगा विश्व पटल पर नेतृत्व

Report By: रजत मल्होत्रा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुस्लिम मंच के संरक्षक एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक श्री इंद्रेश कुमार ने संभल में कांग्रेस सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर भारत सरकार और प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) में सरेंडर नहीं किया होता, तो आज POK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) जैसा विवादित क्षेत्र देश का हिस्सा होता। इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत विश्व पटल पर नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला
इंद्रेश कुमार ने कहा, “अगर भारत के प्रधानमंत्री और सरकार UNO में सरेंडर नहीं करती, तो POK नहीं बनता। कांग्रेस सरकार की यह भूल भारत के लिए आज भी भारी पड़ रही है।” उनका कहना था कि देश की स्वतंत्रता और अखंडता के लिए सही निर्णय लेना आवश्यक है, और भारत अब ऐसे कदम उठा रहा है जो विश्व के सामने उसकी स्थिति को मजबूत करेंगे।
अल्पसंख्यकों के प्रति भारत की दृष्टि
इंद्रेश कुमार ने भारत के अल्पसंख्यकों के प्रति रवैये पर भी बात की। उन्होंने कहा कि “कोई भी मुस्लिम देश किसी भी घुसपैठिए मुसलमान को अपनी सरजमीं पर लेने को तैयार नहीं है, लेकिन भारत में अल्पसंख्यक समुदाय शांति और सम्मान के साथ रह रहे हैं। फिर भी भारत को अल्पसंख्यक विरोधी बताया जाता है, जो पूरी तरह गलत है।” उन्होंने देश में भाईचारे और सहिष्णुता की भावना को बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया।
संभल में कल्कि धाम का शिलापूजन
रविवार को संभल स्थित कल्कि धाम में RSS के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक इंद्रेश कुमार ने शिलापूजन किया। इस दौरान उन्होंने संभल शहर के इतिहास और महत्व पर प्रकाश डाला। उनका कहना था कि “संभल कट्टरता, दंगा और धार्मिक असहिष्णुता से दूर रहे। यहां भाईचारा और सद्भाव की भावना बनी रहे।”
इतिहास का स्मरण और स्वतंत्रता संग्राम की याद
इंद्रेश कुमार ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम को याद करते हुए कहा कि उस समय देश में एक ऐसी ज्वाला जली थी जिसने ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती दी। “देश की आज़ादी के लिए 1857 से पहले भी यूनानी, ग्रीक, रोमन, शक, मुगल, तुर्क, अंग्रेज, डच और फ्रेंच जैसे विभिन्न आक्रमणकारियों के खिलाफ भारतीय अस्मिता ने संघर्ष किया है।” उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम की इस लंबी विरासत को याद करते हुए कहा कि यह लड़ाई आज भी जारी है और भारत इसे नए आयाम दे रहा है।
देश के विकास और विश्व नेतृत्व की ओर कदम
इंद्रेश कुमार ने स्पष्ट किया कि भारत अब विश्व पटल पर नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने कहा, “भारत एक महान सभ्यता और संस्कृति वाला देश है जो अपने नागरिकों के अधिकारों और सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है। हमें अपनी ताकत को पहचानना होगा और सही दिशा में आगे बढ़ना होगा।”