जिला स्तरीय पदाधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ अंतर विभागी समीक्षात्मक बैठक आयोजित



रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा, बिहार

आरा: भोजपुर जिले में स्वास्थ्य और सामाजिक अधिकारों को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत मानव अधिकार आयोग, नई दिल्ली के Special Monitor (कुष्ठ रोग) डॉ. प्रदीप्ता कुमार नायक की अध्यक्षता में एक अंतर विभागीय समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिले के विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग से जुड़े प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक का उद्देश्य जिले में कुष्ठ रोग के नियंत्रण, उपचार, पुनर्वास एवं पीड़ितों को सरकारी योजनाओं का समुचित लाभ उपलब्ध कराने के लिए अंतर विभागीय समन्वय को मजबूत करना था।

बैठक में उपस्थित प्रमुख पदाधिकारी:
डॉ. शिवेन्द्र कुमार सिन्हा (सिविल सर्जन, भोजपुर)
डॉ. संजय कुमार सिन्हा (जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी/जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी)
आलोक कुमार गौतम (सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई, भोजपुर)
जिला शिक्षा पदाधिकारी
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, ICDS
जीविका प्रतिनिधि
डॉ. दयानन्द कुमार राय (जिला कुष्ठ नियंत्रक पदाधिकारी, मोब: 8252106665)
मानव अधिकारों पर विशेष जानकारी:
बैठक की शुरुआत में डॉ. प्रदीप्ता कुमार नायक ने मानव अधिकार आयोग, नई दिल्ली की ओर से मानव अधिकारों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग मानव सभ्यता के इतिहास का एक प्राचीन रोग है और इससे ग्रसित व्यक्ति शारीरिक विकलांगता का शिकार हो सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विकलांग व्यक्तियों को समाज में समान अधिकार मिलना चाहिए, और यह प्रत्येक नागरिक का मानव अधिकार है।

कुष्ठ रोग नियंत्रण एवं पुनर्वास पर चर्चा:
डॉ. संजय कुमार सिन्हा ने जिले में कुष्ठ रोग की वर्तमान स्थिति, उपचार प्रक्रिया, पुनर्वास उपाय और विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में त्वरित पहचान और समय पर इलाज से कुष्ठ रोग के कारण होने वाली विकलांगता में उल्लेखनीय कमी आई है, और यह दर अब लगभग शून्य हो गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि मरीजों को MCR फुटवियर एवं Self-care Kit उपलब्ध कराई जाती है जिससे वे अपना स्वयं का ध्यान बेहतर ढंग से रख सकें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर माह चिकित्सा शिविर आयोजित कर कुष्ठ रोग से ग्रसित मरीजों की समस्याओं का समाधान किया जाता है।

अंतर विभागीय समन्वय पर बल:
बैठक में सभी विभागों ने यह संकल्प लिया कि कुष्ठ रोगियों को पुनर्वास योजनाओं का पूर्ण लाभ मिले इसके लिए एक अंतर विभागीय शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस शिविर के माध्यम से लाभार्थियों की पहचान कर योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
डॉ. दयानंद कुमार राय ने विभागीय तालमेल को और बेहतर करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि प्रत्येक विभाग की जिम्मेदारी है कि वह कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में सहयोग करे।



बैठक के समापन पर सिविल सर्जन डॉ. शिवेन्द्र कुमार सिन्हा ने सभी उपस्थित पदाधिकारियों और विभागीय प्रतिनिधियों का आभार प्रकट किया और आशा जताई कि आने वाले समय में भी इस प्रकार की समन्वय बैठकें होती रहेंगी ताकि समाज के वंचित वर्गों को उनका अधिकार और उचित सम्मान मिल सके।




इस प्रकार यह बैठक न केवल एक स्वास्थ्य संबंधित विमर्श रही, बल्कि यह समाज में समानता, अधिकार और गरिमा के संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम रही।

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