रिपोर्ट : मृत्युंजय कुमार
वैशाली,बिहार : जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में आज उप विकास आयुक्त शम्स जावेद अंसारी की
अध्यक्षता में जिला परामर्श दात्री समिति (DLCC) एवं जिला स्तरीय समीक्षा समिति (DLRC ) की जून तिमाही की बैठक आयोजित हुई।बैठक में जिले में स्थित सभी सरकारी एवं निजी बैंकों के जून तिमाही की लक्ष्य और प्राप्ति पर उप विकास आयुक्त द्वारा विस्तृत समीक्षा की गई ।
सर्वप्रथम उन्होंने सीडी रेशियो ऋण को 90 प्रतिशत तक ले जाने का सलाह दी। इसके लिए उन्होंने जरूरतमंद लोगों को ऋण देने के लिए सभी बैंकों से तत्पर रहने के लिए कहा।
बैठक के जिले के सभी बैंकों के प्रतिनिधियों से जिले में विकास की गति को बढ़ाने हेतु सरकार द्वारा प्रायोजित स्कीम और योजनाओं खासकर सामाजिक सुरक्षा के अन्तर्गत चलाई जा रही योजना जैसे प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना एवं प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना आदि को लेकर और तीव्रता से कार्य करने एवम लोगों को जोड़ने का निर्देश दिया गया।
उप विकास आयुकत ने बैठक में इंडसइंड बैंक के अधिकारी उपस्थित नहीं रहने पर काफी नाराजगी जताई । साथ ही अन्य बैंको के अधिकारियों को बैठक में उपस्थित नहीं रहने के लिए कारण बताओं नोटिस जारी करने हेतु जिला अग्रणी प्रबंधक को निर्देश दिया। उन्होंने बैठक में बैंक के प्राधिकृत अधिकारी को हीं पूर्ण डाटा के साथ भाग लेने के लिए भी कहा।
उप विकास आयुक्त ने केसीसी की समीक्षा करते हुए सभी बैंक के प्रतिनिधियों को प्राथमिकता के आधार पर किसानों को ऋण देने के हेतु सलाह दिया । साथ ही एनपीए हो रहे ऐसे खातों को उचित प्रक्रिया अपनाते हुए ऋण वापसी की बात पर बल दिया । बैठक का संयोजन कुमार समरेंद्र,अग्रणी जिला प्रबंधक, वैशाली ने किया।
सुनील कुमार , निदेशक रूडसेट संस्थान हाजीपुर, नीरज कुमार सिंह, मुख्य प्रबंधक, केनरा बैंक , हाजीपुर , लक्ष्मण कुमार , डी.डी.एम, नाबार्ड, पटना, साक्षी गुप्ता, एल डी ओ, आर बी आई, पटना , पंकज नयन, क्षेत्रीय प्रबंधक, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, हाजीपुर,राज कुमार महतो मैनेजर सूक्ष्म वित , जीविका, वैशाली सहित जिले के अन्य बैंकों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
इस मीटिंग के बाद उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में रूडसेट संस्थान, हाजीपुर का जिला स्तरीय रूडसेट सलाहकार समिति की त्रैमासिक बैठक का भी आयोजन किया गया। श्री सुनील कुमार निदेशक, रूडसेट ने इस दौरान संस्थान द्वारा दिए गए प्रशिक्षण व उसके क्रियाकलापों के बारे में विस्तृत ब्यौरा प्रदान किया ।
उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में अभी तक रूडसेट संस्थान ने 735 युवक-युवतियों को प्रशिक्षण देने का काम किया है । संस्थान से प्रशिक्षित होकर करीब 77 % से ज्यादा प्रशिक्षणार्थी अपना स्वरोजगार शुरू कर आत्मनिर्भर हो चुके हैं।
उप विकास आयुक्त ने इस पर संतोष व्यक्त करते हुए
कहा कि इसी तरह से अनवरत प्रशिक्षण देने का काम करते रहना है ताकि जिले के व्यक्ति आत्मनिर्भर बन सकें।