कलयुगी पुत्र ने पिता की गला रेतकर की नृशंस हत्या, आरा के देवघर मोती टोला गांव में फैली सनसनी

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
बिहार में अपराध का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला भोजपुर जिले के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के देवघर मोती टोला गांव से सामने आया है, जहां रिश्तों को शर्मसार करते हुए एक कलयुगी बेटे ने अपने ही पिता की धारदार हथियार से गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी। यह दिल दहला देने वाली घटना मंगलवार की अहले सुबह की बताई जा रही है, जिसने पूरे गांव और आसपास के इलाके में सनसनी फैला दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक की पहचान जयप्रकाश सिंह उर्फ सत्येंद्र सिंह (उम्र लगभग 50 वर्ष) के रूप में हुई है, जो पेशे से किसान थे। मृतक के बड़े भाई ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि जयप्रकाश सिंह, स्व. शिव पर्सन सिंह के पुत्र थे और गांव में खेतीबाड़ी कर जीवन यापन करते थे।
पारिवारिक विवाद बना हत्याकांड की वजह?
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि पारिवारिक विवाद के चलते इस हत्या को अंजाम दिया गया है। मृतक के भाई ने बताया कि जयप्रकाश सिंह ने वर्ष 1998 में सीमा देवी से पहली शादी की थी, जिससे उन्हें एक पुत्र भी है। लेकिन उनकी पहली पत्नी अक्सर मायके चली जाती थी और अपने पति के साथ नहीं रहती थी, जिससे पारिवारिक कलह बना रहता था। इसी तनाव के चलते वर्ष 2015 में उन्होंने किरण देवी, जो कि रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के बैरी गांव की निवासी हैं, से दूसरी शादी की थी।
घटना के समय मृतक अपनी दूसरी पत्नी और पुत्र के साथ ही घर में रहते थे। गांववालों के अनुसार, मंगलवार की सुबह अचानक चीख-पुकार सुनाई दी और जब लोग पहुंचे तो देखा कि जयप्रकाश सिंह खून से लथपथ हालत में पड़े हैं। उनके गले को धारदार हथियार से रेता गया था। घटना के बाद पुत्र और पत्नी दोनों ही मौके से फरार हो गए, जिससे संदेह और गहरा हो गया है।
प्रशासन और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह, सर्किल इंस्पेक्टर प्रभास कुमार एवं जगदीशपुर थानाध्यक्ष राजीव रंजन भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की गहन छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल, आरा में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस द्वारा मृतक के घर की तलाशी ली जा रही है और घटनास्थल से कुछ सबूत भी जुटाए गए हैं। वहीं, फरार आरोपी की तलाश में आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी जारी है।
गांव में मातम, लोग स्तब्ध
इस क्रूर हत्या की घटना से पूरा गांव शोक में डूब गया है। गांव के लोगों का कहना है कि जयप्रकाश सिंह एक मेहनती और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे। बेटे के हाथों पिता की इस नृशंस हत्या ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। गांव में इस बात को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं कि आखिर ऐसी कौन सी परिस्थिति थी, जिसने एक बेटे को हैवान बना दिया।
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि पारिवारिक ताने-बाने की उस टूटन की कहानी है, जहां संवाद और समझ की जगह क्रोध और कटुता ने ले ली। पुलिस की जांच से आने वाले दिनों में इस सनसनीखेज हत्याकांड की पूरी परतें खुलेंगी। फिलहाल पूरे इलाके में शोक, सन्नाटा और डर का माहौल व्याप्त है।