हमारा ब्रेन शरीर के बाकी अंगों की तुलना में थोड़ा अलग है और मुश्किल भी है। इसकी वजह से इसको और इसके काम काज को समझना थोड़ा मुश्किल है। इसी तरह ब्रेन से जुड़ी बीमारियां भी थोड़ी ज्यादा ही कठिन होती है।
ऐसी ही एक बीमारी है सेरिब्रेल स्पाइनल फ्यूइड लीक ये ब्रेन में प्रोटीन, एंजाइम और हार्मोन आदि के ट्रांसमिशन में मदद करता है। आसान भाषा में समझें तो ये ब्रेन का वो पानी है जो कि मस्तिष्क के आस-पास रहता है, इसे पोषण देता है और इसे झटकों से बचाता है। अगर ये पानी ब्रेन की कोशिकाओं से बहकर हड्डी के रास्ते नाक से लीक होने लगता है तो, इसे सेरिब्रेल स्पाइनल फ्यूइड लीक कहते हैं।
सेरिब्रेल स्पाइनल फ्यूइड लीक के लक्षण
- -सरदर्द, जो झुकने पर, लेटने पर और सोने पर बढ़ जाए। साथ ही ये समय के साथ और तेजी से बढ़ सकता है।
- -नाक से लगातार पानी आना
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- -गर्दन में अकड़न और दर्द
- -मतली और उल्टी
- -कान से सुनने में परेशानी
- -प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
- -ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता
- -संतुलन की समस्या
- -मुंह में नमकीन या धातु जैसा स्वाद
- -गंध की हानि
सेरिब्रेल स्पाइनल फ्यूइड लीक का इलाज
इस दौरान होता ये है कि नाक से पतली-पतली साफ पानी की बूंदे गिरती हैं। यहां तक कि इसे कंटेनर में कलेक्ट करके लैब में भेज कर टेस्ट किया जाता है कि ये सेरिब्रेल स्पाइनल फ्यूइड है या नहीं।
सेरिब्रेल स्पाइनल फ्यूइड लीक से बचाव के उपाय
1. नाक के एरिया के चोट से बचना चाहिए
डॉ. प्रवीण गुप्ता बताते हैं कि सेरिब्रेल स्पाइनल फ्यूइड लीक से बचाव के उपाय जरूरी है कि नाक के एरिया के चोट से बचा जाए। ऐसा इसलिए कि क्योंकि चोट से ब्रेन की कवरिंग मेंमब्रेन कट सकती हैं और बोन में डिफेक्ट आ सकता है जिससे ये समस्या हो सकती है।
2. ब्रेन के किसी चोट से बचें
अचानक सेइस समस्या का कारण बन सकता है। ये इन दोनों की हड्डियों को प्रभावित कर सकती हैं। इसलिए आपको इससे बचने के लिए किसी भी प्रकार के चोट से बचना चाहिए।