साइबर ठगी का शिकार बनी युवती को कोतवाली नगर साइबर पुलिस ने दिलाई न्याय, वापस कराई ₹5000 की ठगी गई राशि

Report By: आसिफ अंसारी


मऊ पुलिस की तत्परता और साइबर टीम की सक्रियता से एक बार फिर जनता को मिला भरोसा
जिला मऊ में साइबर अपराध के मामलों पर प्रभावी अंकुश लगाने एवं ठगी के शिकार लोगों को राहत दिलाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक श्री इलामारन जी के निर्देशन में लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में एक महत्वपूर्ण सफलता थाना कोतवाली नगर की साइबर पुलिस टीम को प्राप्त हुई है। अज्ञात ठग द्वारा फर्जी मैसेज भेजकर एक युवती से यूपीआई (UPI) के माध्यम से ठगे गए ₹5000 की सम्पूर्ण राशि को पुलिस ने अथक प्रयास कर वापस करवा दिया है।


क्या था मामला
यह मामला मऊ जिले के थाना कोतवाली नगर क्षेत्रान्तर्गत मुन्शीपुरा स्थित पशु अस्पताल के पीछे रहने वाली वर्तिका तिवारी, पुत्री श्री विनोद कुमार तिवारी से जुड़ा है। पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें फर्जी मैसेज भेजकर एक लिंक या जानकारी साझा की, जिसके माध्यम से उनसे UPI के ज़रिए ₹5000 की धनराशि ठग ली गई।
शिकायत प्राप्त होते ही कोतवाली नगर की साइबर पुलिस टीम सक्रिय हो गई और बिना समय गंवाए तकनीकी साक्ष्यों की मदद से जांच आरंभ कर दी। टीम ने संबंधित बैंकिंग प्लेटफॉर्म्स और UPI सेवा प्रदाताओं से समन्वय स्थापित करते हुए ठगी गई राशि को पीड़िता के बैंक खाते में वापस दिलाने में सफलता प्राप्त की।

पुलिस की टीम का सराहनीय योगदान:
इस सराहनीय कार्य में मुख्य भूमिका निभाई –
निरीक्षक अपराध श्री सोनू कुमार,
महिला उप निरीक्षक सपना,
कांस्टेबल नवनीत पाण्डेय,
महिला कांस्टेबल सोनम सिंह – थाना कोतवाली नगर, जनपद मऊ की इस विशेष टीम ने साइबर तकनीक की बारीकियों को समझते हुए तेज़ी से कार्रवाई की और ठगी गई राशि को रिकवर किया।

पीड़िता ने जताया आभार:
वर्तिका तिवारी ने उच्चाधिकारियों व थाना कोतवाली नगर के सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया और कहा कि जिस प्रकार से पुलिस ने संवेदनशीलता और तत्परता दिखाते हुए उनकी मदद की, उससे आम जनता का भरोसा कानून व्यवस्था पर और भी मजबूत हुआ है।


साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूकता है आवश्यक:
इस अवसर पर पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से अपील की कि वे अज्ञात नंबरों से आए किसी भी संदिग्ध कॉल, मैसेज या लिंक पर विश्वास न करें। कोई भी बैंक या संस्था कभी भी फोन पर गोपनीय जानकारी नहीं मांगती है। अगर किसी को साइबर ठगी का शिकार होना पड़े, तो वह तुरंत निकटतम थाना या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।

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