मथुरा में बड़ा हादसा: गोविंद नगर में मिट्टी का टीला खिसकने से आधा दर्जन मकान ढहे, एक व्यक्ति की मौत, कई घायल

Report By: उत्तर प्रदेश डेस्क
मथुरा:उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के गोविंद नगर क्षेत्र में शनिवार को एक बड़ा हादसा उस वक्त हो गया, जब निर्माण कार्य के दौरान एक विशाल मिट्टी का टीला अचानक खिसक गया। इस हादसे में आधा दर्जन से अधिक मकान जमींदोज हो गए। हादसे में तोताराम सैनी (32 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो मासूम बच्चियों को गंभीर हालत में रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मलबे के नीचे कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल रेस्क्यू और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गोविंद नगर में एक नामी बिल्डर द्वारा विवादित जमीन पर निर्माण कार्य कराया जा रहा था। बताया जा रहा है कि इस जमीन की चारदीवारी को तोड़ा जा रहा था, जिसके चलते पास की मिट्टी का बड़ा टीला असंतुलित होकर पास के रिहायशी मकानों पर आ गिरा। भारी भरकम मिट्टी और मलबे की चपेट में आने से लगभग छह मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए।
तोताराम की दर्दनाक मौत, मासूमों को बचाया गया
स्थानीय लोगों की मानें तो हादसे के वक्त तोताराम सैनी अपने मकान के अंदर थे। मिट्टी और मलबा उनके मकान पर गिरा, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल ले जाने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया। वहीं, दो बच्चियों को स्थानीय लोगों और दमकल विभाग की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
बिल्डर हादसे के बाद फरार
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, जिस बिल्डर के निर्माण कार्य के चलते यह हादसा हुआ, वह घटनास्थल से तुरंत फरार हो गया। विवादित जमीन को लेकर पहले भी प्रशासन से शिकायत की जा चुकी थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। लोगों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही और बिल्डर की मनमानी के चलते यह हादसा हुआ।
प्रशासन और रेस्क्यू टीमें मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, फायर ब्रिगेड, NDRF और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। मलबे को हटाने के लिए जेसीबी और अन्य भारी मशीनरी लगाई गई है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है ताकि कोई अफरा-तफरी की स्थिति न बने।
प्रशासन का बयान
मथुरा के जिलाधिकारी ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि “प्राथमिकता मलबे में दबे लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकालना है। राहत कार्य में किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जा रही। मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति गठित की जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय लोगों में आक्रोश
हादसे के बाद से गोविंद नगर क्षेत्र में दहशत और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन और बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। उनका कहना है कि कई बार जमीन और निर्माण कार्य को लेकर चेतावनी दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।