महादलित टोलों में लगेगा समग्र सेवा शिविर: सरकारी योजनाओं का लाभ अब एक ही स्थान पर

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद
भोजपुर जिला प्रशासन एक ऐतिहासिक और सराहनीय पहल के माध्यम से सामाजिक न्याय की दिशा में एक ठोस कदम उठा रहा है। जिलाधिकारी श्री तनय सुलतानिया के नेतृत्व में डॉ. अंबेडकर समग्र सेवा अभियान के अंतर्गत जिले के सभी 14 प्रखंडों के कुल 62 महादलित टोलों में विशेष समग्र सेवा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इस नवाचार का मूल उद्देश्य है — सरकारी योजनाओं को समाज के सबसे वंचित तबके तक सीधा पहुँचाना, जिससे “सबका साथ, सबका विकास” की परिकल्पना साकार हो सके।
एक ही स्थान पर 22 विभागों की सेवाएं
इन विशेष शिविरों में कुल 22 विभागों की योजनाएं और सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे आमजन को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा और समय, संसाधन तथा श्रम की बचत होगी। प्रमुख सेवाएं और योजनाएं निम्नलिखित हैं:
राशन कार्ड निर्माण एवं सुधार
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (निःशुल्क गैस कनेक्शन)
विद्यालय नामांकन एवं छात्रवृत्ति योजना
आंगनबाड़ी सेवाएं एवं पोषण आहार
जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करना
आधार कार्ड पंजीकरण एवं सुधार
ई-श्रम कार्ड रजिस्ट्रेशन
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य कार्ड
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY)
वृद्धा, विधवा एवं दिव्यांग पेंशन योजना
कन्या विवाह योजना एवं बालिका उत्थान योजना
मातृत्व वंदना योजना
दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी करना
मनरेगा के अंतर्गत जॉब कार्ड निर्माण
प्रधानमंत्री जनधन योजना में खाता खोलना
शौचालय निर्माण योजना (स्वच्छ भारत मिशन)
टोला संपर्क योजना के अंतर्गत बुनियादी सुविधाएं
परिवारिक लाभ योजना
यह शिविर “सरकारी सेवाओं की चलती-फिरती चौपाल” बन जाएंगे, जहां हर व्यक्ति की ज़रूरत के अनुसार कोई न कोई सुविधा या योजना उपलब्ध होगी।
अभियान का उद्देश्य: “कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित न रहे”
भोजपुर जिला प्रशासन का यह प्रयास न केवल एक प्रशासनिक कार्य है, बल्कि यह सामाजिक बदलाव की दिशा में उठाया गया एक क्रांतिकारी कदम है। इसका लक्ष्य है कि महादलित समुदाय के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण को सुनिश्चित किया जा सके।
इस तरह का समग्र सेवा शिविर न केवल योजनाओं की पहुँच को बढ़ाता है, बल्कि प्रशासन और आमजन के बीच विश्वास का सेतु भी निर्मित करता है।
प्रचार-प्रसार और आमजन से अपील
प्रशासन द्वारा इन शिविरों की जानकारी हर महादलित टोले तक पहुँचाने हेतु वृहद प्रचार-प्रसार अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों, वार्ड सदस्य, आंगनबाड़ी सेविकाएं, आशा कार्यकर्ता और सामाजिक संगठनों को सक्रिय भागीदारी के लिए निर्देशित किया गया है।
जनता से अपील है कि:
वे इन शिविरों में जरूर भाग लें।
जिनके पास जरूरी कागजात नहीं हैं, वे भी आएं — क्योंकि कई दस्तावेजों की तत्काल उपलब्धता और नवीनीकरण की व्यवस्था भी इन शिविरों में की जा रही है।
क्या कहता है प्रशासन?
जिलाधिकारी श्री तनय सुलतानिया ने बताया:
हमारा उद्देश्य केवल योजनाएं चलाना नहीं, बल्कि उनका वास्तविक लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना है। यह अभियान सामाजिक समावेशन और सहभागिता का प्रतीक बनेगा।”
प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायत सचिवों को शिविरों की सुचारू रूप से संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि जिला स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी।