राष्ट्रीय महिला आयोग ने महिला अत्याचार पर वर्ष 2021 को मिली शिकायतों की एक सूची जारी की है. सूची में चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश सबसे पहले नंबर पर तो दिल्ली दूसरे और राजस्थान छठे नंबर पर है.
यूपी में ही प्रियंका गांधी के नेतृत्व में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली कांग्रेस पार्टी का राजस्थान में हाल बुरा है. यहां महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार दोगुनी रफ्तार से बढ़े हैं.
राष्ट्रीय महिला आयोग की जारी रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में 764 और 2020 में 907 मामले दर्ज हुए थे. ये 2021 खत्म होते-होते बढ़कर 1130 तक पहुंच गए. राजस्थान में पिछले साल 2021 में महिला अत्याचार की कुल 1130 शिकायतें मिली.
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) को वर्षभर में मिलने वाली शिकायतों के आधार पर जारी इस रिपोर्ट में राज्यवार घरेलू हिंसा, गरिमा हनन समेत कई तरह के मामले शामिल हैं.
इसके बाद घरेलू हिंसा की कुल 217 शिकायतें हैं. इसके अलावा साइबर क्राइम, यौन उत्पीड़न, दहेज प्रताड़ना समेत कई अन्य मामलों को लेकर भी शिकायतें दर्ज कराई गई हैं.