आग से बचाव के लिए वैशाली जिले में किया गया मॉक ड्रिल, स्कूली बच्चों और स्थानीय लोगों को दी गई जरूरी जानकारी

रिपोर्ट मृत्युंजय कुमार
वैशाली: जिले के पातेपुर प्रखंड अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर आग से बचाव के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य आम जनमानस, विशेषकर बच्चों और शिक्षकों को अग्निकांड जैसी आपात स्थिति में सतर्कता बरतने और सही ढंग से प्रतिक्रिया देने के तरीकों की जानकारी देना था।
प्रखंड के बाजार स्थित दुर्गा मंदिर परिसर (पोखर पर) और लदहो पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय, पहाड़पुर में इस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में स्कूली छात्र-छात्राओं, शिक्षकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों की भी बड़ी भागीदारी रही। मॉक ड्रिल के दौरान अग्निशमन विभाग की टीम ने आग लगने की स्थिति में तुरंत क्या करना चाहिए, प्राथमिक आग बुझाने के उपाय, और किसी व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकालने की प्रक्रिया को व्यवहारिक तरीके से समझाया।
इस अवसर पर महुआ अनुमंडल अग्निशामालय पदाधिकारी बमबम सिंह और सहायक अनुमंडल अग्निशामालय पदाधिकारी विकास कुमार की प्रमुख भूमिका रही। उन्होंने मॉक ड्रिल के संचालन के दौरान बच्चों को आग लगने की वजह, उससे बचाव, और जागरूकता के महत्व को विस्तार से बताया।
अग्निशमन दल की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यक्रम में पातेपुर अग्निक चालक नंदकिशोर कुमार, अग्निक डॉली कुमारी, महुआ से प्रधान लिपिक अग्निक अमरेंद्र कुमार, चालक चंदन कुमार, फूलचंद सिंह, सौरभ कुमार, डीकेश कुमार, पूजा कुमारी, सीमा कुमारी, नरेश, सोनू कुमार, और गृहरक्षक अरुण जैसे कर्मियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। सभी ने मॉक ड्रिल को सफल बनाने में तकनीकी सहायता, प्रदर्शन और प्रशिक्षण के रूप में अहम योगदान दिया।
शिक्षकों और विद्यार्थियों ने सीखी जीवनरक्षक तकनीकें
राजकीय मध्य विद्यालय पहाड़पुर में आयोजित मॉक ड्रिल में विद्यार्थियों ने न केवल भाग लिया, बल्कि उन्होंने उत्सुकता से सभी प्रक्रियाएं सीखीं। विद्यालय के प्रधानाचार्य और शिक्षक-शिक्षिकाओं ने इसे छात्रों के लिए आवश्यक और शिक्षाप्रद पहल बताया। बच्चों ने अग्निशमन यंत्र (फायर एक्सटिंग्विशर) का प्रयोग करना सीखा, साथ ही धुएं से भरे कमरे से बाहर निकलने की तकनीक का भी अभ्यास किया।
कार्यक्रम के बाद सहायक अनुमंडल अग्निशामालय पदाधिकारी, विकास कुमार ने कहा:
“हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों को इस बात के लिए जागरूक करना है कि आग लगने की स्थिति में घबराएं नहीं, बल्कि सतर्कता और सही जानकारी से जान-माल के नुकसान को कम किया जा सकता है। स्कूली बच्चों में सुरक्षा संबंधी ज्ञान देना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि वे न केवल स्वयं को, बल्कि दूसरों को भी सुरक्षित रख सकते हैं।”
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स्थानीय लोगों ने की पहल की सराहना
मॉक ड्रिल के दौरान उपस्थित स्थानीय लोगों ने भी इस पहल की प्रशंसा की और कहा कि ऐसे जागरूकता अभियान नियमित रूप से होने चाहिए ताकि आम जनता आपात स्थिति में सही निर्णय ले सके।
वैशाली जिले में इस प्रकार की मॉक ड्रिल न केवल आवश्यक है, बल्कि समय की मांग भी है। यह पहल छात्रों, शिक्षकों और आम नागरिकों में सुरक्षा के प्रति सजगता को बढ़ावा देती है और भविष्य में किसी भी अग्निकांड जैसी त्रासदी को टालने में सहायक सिद्ध हो सकती है।