जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास कार्यों और गो आश्रय स्थलों की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न

Report By : आसिफ अंसारी

जनपद में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर आधारित विकास कार्यों और गो आश्रय स्थलों की मासिक समीक्षा बैठक कल देर शाम जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री डैशबोर्ड के माध्यम से शासन स्तर पर सभी विकास कार्यों की निगरानी की जा रही है। जनपद की रैंकिंग भी इन्हीं कार्यों की प्रगति के आधार पर तय की जाती है। इसलिए सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने कार्यों को पूरी जिम्मेदारी और ईमानदारी के साथ समयबद्ध रूप से पूरा करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी विभाग की लापरवाही के कारण जनपद की रैंकिंग प्रभावित होती है, तो उस विभाग के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

जिलाधिकारी ने विशेष रूप से जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन विभागों की स्थिति समीक्षा में सी श्रेणी में पाई गई है, उनके प्रति विशेष नाराजगी व्यक्त की गई है। वहीं बी श्रेणी में आने वाले विभागों को जल्द ही ए श्रेणी में लाने के लिए कड़ी मेहनत करने की हिदायत दी गई।

इसके साथ ही पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत एक मॉडल सोलर गांव के चयन की प्रक्रिया पर भी चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने बताया कि इस गांव में न केवल सौर ऊर्जा से जुड़ी योजनाएं लागू की जाएंगी, बल्कि अन्य सरकारी योजनाएं जैसे पीएम कुसुम योजना का भी प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन किया जाएगा।

बैठक के दूसरे भाग में गो आश्रय स्थलों की स्थिति पर चर्चा की गई। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 53 गौशालाएं संचालित हैं, जिनमें 2 स्थायी और 51 अस्थायी हैं। इन गौशालाओं में अब तक कुल 6111 गोवंश संरक्षित किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सभी गौशालाओं का नियमित निरीक्षण किया जा रहा है, और जहां भी कोई कमी पाई जाती है, उसे संबंधित खंड विकास अधिकारी द्वारा दूर किया जा रहा है।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि गो आश्रय स्थलों में पशुओं के लिए हरे चारे, भूसे, पानी और गर्मी से राहत देने के पर्याप्त प्रबंध किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि कटाई के मौसम में अधिक से अधिक भूसा दानदाताओं से एकत्रित कर सुरक्षित रखा जाए, जिससे पशुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

इसके अतिरिक्त सभी गौशालाओं में केयर टेकर की उपस्थिति सुनिश्चित करने और सरकारी भवनों/गौशालाओं की रंगाई-पुताई गोबर से बने पेंट से कराने के निर्देश भी दिए गए।

इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, परियोजना निदेशक रामबाबू त्रिपाठी, डीसी मनरेगा उपेंद्र पाठक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष उपाध्याय, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी आशीष कुमार, समस्त खंड विकास अधिकारी सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

यह बैठक जनपद के समग्र विकास और पशु कल्याण को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखी जा रही है, जिससे आने वाले समय में और अधिक सकारात्मक परिणाम की उम्मीद की जा रही है।

Mukesh Kumar

मुकेश कुमार पिछले 3 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने सर्वप्रथम हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सशक्त प्रदेश, साधना एमपी/सीजी टीवी मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्य किया है, वर्तमान में कर्मक्षेत्र टीवी वेबसाईट में न्यूज इनपुट डेस्क पर कार्य कर रहे है !

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